बिहार में शराबबंदी कानून लागु है। राज्य के अंदर कहीं भी शराब पीना या इससे जुड़ा कोई भी कारोबार करना गैरकानूनी माना गया है। यहां के अधिकारियों को शराब नहीं पीने की कसमें खिलाई जाती है। लेकिन, इसके बाबजूद इस नियम और कसमों की हकीकत क्या है वह किसी से छुपा हुआ नहीं है। इसी कड़ी में अब एक ताजा मामला राजधानी से निकल कर सामने आ रहा है।

मिली जानकारी के अनुसार, राजधानी पटना के फुलवारीशरीफ में सिविल सर्जन कार्यालय का गेट बंद कर शराब पार्टी कर रहे थे। इस बात की सूचना मिलते ही पुलिस ने छापेमारी की। इस दौरान दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि कई भाग निकले। गिरफ्तार लोगों में गर्दनीबाग निवासी एक व्यक्ति के शराब पीए होने की पुष्टि हुई। पुलिस के अनुसार, सिविल सर्जन कार्यालय में उक्त आरोपित कार्यरत है।

वहीं, इस मामले में गर्दनीबाग थाना अध्यक्ष रंजीत कुमार ने बताया कि शराब पीए होने की पुष्टि के बाद एक को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि दूसरे को थाने से छोड़ दिया गया। लोगों ने सूचना दी थी कि सिविल सर्जन कार्यालय का गेट बंद कर अंदर कर्मचारी शराब की पार्टी प्रतिदिन करते हैं। आज भी पार्टी कर रहे हैं। इस सूचना पर छापामारी की गई।

उन्होंने आगे यह भी बताया कि गेट बंद होने के कारण कुछ लोग भाग निकले। साक्ष्य मिलने पर उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा। वहीं, सिविल सर्जन ने कहा कि सीसीटीवी कैमरे से घटना की जांच की जाएगी। दोषी पाए जाने वाले कर्मचारी के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी

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