बिहार के सड़क नेटवर्क को एक और बड़ी सौगात मिलने जा रही है। बक्सर से भागलपुर के बीच प्रस्तावित सड़क अब चार लेन के बजाय छह लेन में विकसित की जाएगी। इस निर्णय से बिहार के उत्तरी और पूर्वी हिस्सों के बीच आवाजाही आसान होगी और दिल्ली तक की दूरी भी कम समय में तय की जा सकेगी। नई दिल्ली में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और बिहार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन के बीच बुधवार को हुई बैठक में इस पर सहमति बनी।
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि बक्सर-भागलपुर सड़क की डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) जल्द तैयार की जाएगी। इसके निर्माण से न केवल क्षेत्रीय यातायात को गति मिलेगी, बल्कि राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क को भी मजबूती मिलेगी। मंत्री नितिन नवीन ने बताया कि केंद्रीय मंत्री ने बिहार की लंबित एनएच परियोजनाओं को शीघ्र पूरा करने का भरोसा दिलाया है। साथ ही वित्तीय वर्ष 2025-26 की वार्षिक कार्य योजना को भी जल्द मंजूरी मिलने की उम्मीद जताई गई है।
इस वर्ष बिहार को 20,000 करोड़ रुपये से अधिक की योजनाओं की सौगात मिलने की संभावना है। बैठक में दीदारगंज से सरिस्ताबाद के बीच छह लेन एलिवेटेड सड़क के निर्माण के लिए टेंडर जारी करने की भी बात कही गई। इसके अलावा बक्सर-भागलपुर एक्सप्रेस-वे के डीपीआर निर्माण पर भी चर्चा हुई।
बैठक में 2015 के पीएम पैकेज की शेष योजनाओं की स्वीकृति, एनएच 322, एनएच 333ए, और एनएच 1335 जैसे प्रोजेक्ट्स पर भी विचार हुआ। पटना रिंग रोड के पूर्वी हिस्से में 4/6 लेनिंग सड़क निर्माण की योजनाओं को भी शीघ्र टेंडर प्रक्रिया में लाने के निर्देश दिए गए हैं। सभी परियोजनाओं की त्वरित स्वीकृति और निविदा प्रक्रिया के लिए एनएचएआई को आवश्यक निर्देश दिए जा चुके हैं।
राज्य सरकार ने केंद्रीय मंत्री से आग्रह किया कि बिहार में राष्ट्रीय उच्च पथों का समुचित और सम्यक विकास सुनिश्चित किया जाए। बैठक सकारात्मक रही और सभी प्रमुख बिंदुओं पर जल्द कार्रवाई का भरोसा मिला है।
इस पहल से राज्य के इंफ्रास्ट्रक्चर को नई दिशा मिलेगी और रोजगार सृजन के साथ-साथ क्षेत्रीय विकास में तेजी आएगी।