*भागलपुर:* 
दिल्ली से असम के कामाख्या तक जाने वाली प्रतिष्ठित ब्रह्मपुत्र मेल अपने निर्धारित समय से करीब 14 घंटे की देरी से मंगलवार को भागलपुर रेलवे स्टेशन पहुंची। पहले से ही घंटों की देरी से चल रही इस ट्रेन के इंजन में भागलपुर पहुंचते ही तकनीकी खराबी आ गई। इससे यात्रियों की परेशानियों में और इजाफा हो गया। इंजन की खराबी के चलते ट्रेन प्लेटफॉर्म संख्या एक पर लगभग एक घंटे तक खड़ी रही। 

रेलवे अधिकारियों को जैसे ही इंजन में खराबी की सूचना मिली, वे तुरंत मौके पर पहुंचे और तकनीकी दल की मदद से इंजन को बदलकर ट्रेन को आगे के लिए रवाना किया। हालांकि, इस पूरी प्रक्रिया में यात्रियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। 

**यात्रियों की परेशानियों का अंत नहीं** 
इस लंबे विलंब और इंजन की खराबी ने यात्रियों की मुश्किलें कई गुना बढ़ा दीं। ट्रेन में यात्रा कर रहे यात्रियों ने बताया कि घंटों की देरी के कारण न केवल उनकी यात्रा की योजना प्रभावित हुई, बल्कि रास्ते में आवश्यक सुविधाओं की कमी ने समस्याओं को और गंभीर बना दिया। 

ट्रेन में सफर कर रही एक महिला यात्री अंजलि देवी ने बताया, *”हम लोग पहले से ही 14 घंटे की देरी से परेशान थे, ऊपर से इंजन खराब हो जाने से और भी दिक्कत हो गई। बच्चों को भूख लगी थी, लेकिन ट्रेन में खाना-पानी तक नहीं मिल पा रहा था। शौचालय तक जाने में भी भारी दिक्कतें हो रही थीं, क्योंकि ट्रेन में काफी भीड़ थी।”* 

**महिलाओं और बच्चों को अधिक परेशानी** 
लंबे सफर में सबसे ज्यादा मुश्किल महिलाओं और बच्चों को झेलनी पड़ी। सफर के दौरान खाने-पीने की वस्तुओं की अनुपलब्धता ने उनके लिए स्थिति को और कठिन बना दिया। कई यात्रियों ने बताया कि भीड़ के कारण शौचालय तक पहुंचना भी बेहद मुश्किल हो रहा था। छोटे बच्चों के साथ यात्रा कर रहे परिवार खासे परेशान नजर आए। 

सुमन कुमार, जो अपने परिवार के साथ यात्रा कर रहे थे, ने कहा, *”बच्चों के लिए दूध और खाने की व्यवस्था नहीं थी। स्टेशन पर ट्रेन के रुकते ही सोचा कि कुछ खाना ले आएं, लेकिन कब इंजन बदलकर ट्रेन आगे बढ़ा दी जाएगी, इसी चिंता में रह गए।”* 

**रेलवे अधिकारियों की तत्परता से हुई समस्या का समाधान** 
हालांकि, रेलवे अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर तत्परता दिखाई और तकनीकी दल की सहायता से खराब इंजन को बदला। लगभग एक घंटे की मशक्कत के बाद ब्रह्मपुत्र मेल को पुनः रवाना किया जा सका। रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि तकनीकी खराबी के बारे में सूचना मिलते ही इंजीनियरों की टीम को भेजा गया था और समय रहते इंजन को बदलकर ट्रेन को रवाना कर दिया गया। 

रेलवे अधिकारी राजेश कुमार ने कहा, *”यात्रियों की असुविधा के लिए हम खेद प्रकट करते हैं। इंजन में आई तकनीकी खराबी अप्रत्याशित थी, लेकिन हमारी टीम ने इसे जल्द से जल्द ठीक कर दिया। यात्रियों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है और हम सुनिश्चित करते हैं कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।”* 

**यात्रियों ने की व्यवस्था सुधारने की मांग** 
इस घटना के बाद यात्रियों ने रेलवे प्रशासन से ट्रेनों की समयपालनता और बुनियादी सुविधाओं में सुधार की मांग की है। यात्रियों का कहना है कि लंबी दूरी की ट्रेनों में खाने-पीने और स्वच्छता संबंधी सुविधाओं की उचित व्यवस्था होनी चाहिए, ताकि इस तरह की देरी के दौरान यात्रियों को अनावश्यक परेशानियों का सामना न करना पड़े। 

यात्रा कर रही रीना कुमारी ने कहा, *”ट्रेन में न तो पीने का पानी मिला और न ही खाने-पीने की सुविधा। रेलवे को चाहिए कि कम से कम ऐसी लंबी दूरी की ट्रेनों में खाने-पीने का प्रबंध सुनिश्चित करे।”* 

**सिस्टम की खामियों पर सवाल** 
ब्रह्मपुत्र मेल जैसी प्रमुख ट्रेन में इंजन खराबी की घटना ने रेलवे के सिस्टम पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या इतनी महत्वपूर्ण ट्रेन के इंजन की समय-समय पर जांच नहीं की जाती? यदि की जाती है, तो फिर ऐसी तकनीकी खराबी कैसे सामने आई? इन सवालों के जवाब रेलवे प्रशासन को देने होंगे। 

**रेलवे का बयान** 
रेलवे के प्रवक्ता ने सफाई देते हुए कहा कि ब्रह्मपुत्र मेल एक लंबी दूरी की ट्रेन है और इसके रखरखाव में विशेष ध्यान दिया जाता है। उन्होंने कहा कि इंजन की तकनीकी खराबी एक आकस्मिक घटना थी, जिसे जल्द से जल्द ठीक कर लिया गया। यात्रियों की असुविधा को लेकर रेलवे खेद व्यक्त करता है और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। 

**यात्रियों को मुआवजे की मांग** 
वहीं, यात्रियों का कहना है कि उन्हें इस घटना के लिए उचित मुआवजा दिया जाना चाहिए। घंटों की देरी और असुविधाओं के चलते यात्रियों के कार्यक्रम प्रभावित हुए हैं। यात्रियों ने रेलवे से मांग की कि ऐसे मामलों में जिम्मेदारी तय की जानी चाहिए और प्रभावित यात्रियों को उचित मुआवजा दिया जाना चाहिए। 

**निष्कर्ष** 
ब्रह्मपुत्र मेल की इस देरी और इंजन की खराबी की घटना ने रेलवे की तैयारियों पर सवाल उठाए हैं। हालांकि, रेलवे ने तत्परता दिखाते हुए इंजन को बदलकर ट्रेन को रवाना कर दिया, लेकिन यात्रियों को जो कठिनाइयाँ झेलनी पड़ीं, वे व्यवस्था में सुधार की जरूरत को रेखांकित करती हैं। 

यात्रियों की परेशानी को देखते हुए यह आवश्यक है कि रेलवे भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए पुख्ता उपाय करे और यात्रियों के लिए यात्रा को सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने की दिशा में कदम उठाए। 

By admin

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