भागलपुर जिले के सुल्तानगंज स्थित कृष्णानंद स्टेडियम में चल रहे कुमार अमरेन्द्र मोहन मेमोरियल फुटबॉल टूर्नामेंट के छठे दिन शानदार मुकाबला देखने को मिला। दूसरे सेमीफाइनल मैच में बांका और गनगनिया की फुटबॉल टीमों के बीच रोमांचक संघर्ष हुआ। इस मैच में बांका की टीम ने गनगनिया को 2-0 से हराते हुए फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली।
उद्घाटन और कार्यक्रम की शुरुआत
इस शानदार मैच का उद्घाटन समारोह विभिन्न सम्मानित अतिथियों की उपस्थिति में हुआ। पुराने फुटबॉल खिलाड़ी राजेन्द्र सिंह, पारितोष झा, पंचायती राज विभाग के पूर्व प्रशिक्षक धर्मेन्द्र सिंह उर्फ तेजा सिंह, और अरुण स्पोर्ट्स क्लब के अध्यक्ष अरुण कुमार चौधरी ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर इस आयोजन का उद्घाटन किया। समारोह में अन्य प्रमुख व्यक्तित्व भी मौजूद थे, जिनमें गनगनिया के कलाकार साथी सुरेश, समाजसेवी शत्रुघ्न चौधरी, वार्ड पार्षद संजय चौधरी, नवीन कुमार बन्नी, पूर्व विधायक प्रत्याशी रामोतार मंडल, पुराने फुटबॉल खिलाड़ी अरुण कुमार सिंघानिया, और नीरंजन सर शामिल थे।
मैच का विवरण
मैच की शुरुआत से ही दोनों टीमों के बीच एक जबरदस्त प्रतिस्पर्धा देखने को मिली। बांका की टीम ने पहले हाफ में अपने खेल से गनगनिया को बैकफुट पर डाल दिया। गनगनिया की टीम ने भी जोरदार प्रयास किए, लेकिन बांका के डिफेंस और गोलकीपर ने शानदार बचाव करते हुए उन्हें कोई भी गोल करने का मौका नहीं दिया।
बांका की टीम ने अपने पहले गोल के लिए गनगनिया के खिलाफ सटीक और योजनाबद्ध आक्रमण किया। यह गोल मैच के पहले हाफ में हुआ, जिससे बांका की टीम ने 1-0 की बढ़त बनाई। इसके बाद गनगनिया के खिलाड़ी जीत के लिए बेताब थे, लेकिन बांका के खिलाड़ियों ने अपनी योजना और टीमवर्क को बनाए रखा। गनगनिया की टीम गोल करने में सफल नहीं हो पाई, और इसके परिणामस्वरूप मैच में दूसरे गोल की उम्मीद बांका की टीम पर बढ़ी।
दूसरे हाफ में भी बांका की टीम ने गनगनिया के खिलाफ दबाव बनाए रखा और एक और गोल करके मैच को 2-0 कर दिया। गनगनिया की टीम ने बाद में कई अवसरों पर वापसी की कोशिश की, लेकिन बांका के डिफेंस ने उनका हर प्रयास नाकाम कर दिया।
पुरस्कार वितरण और समापन
मैच के बाद, पुराने फुटबॉल खिलाड़ी राजेन्द्र सिंह ने पहला गोल करने वाले बांका के खिलाड़ी सोमलाल मुर्मू को 101 रुपये का इनाम प्रदान किया। इसके अलावा, मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार बांका के खिलाड़ी डिस्को शोरेण को दिया गया, जिन्होंने अपनी टीम के लिए शानदार प्रदर्शन किया। पुरस्कार वितरण समारोह में कई प्रमुख अतिथियों ने खिलाड़ियों की सराहना की और उनके खेल की प्रशंसा की।
रेफरी और लाइन्समेन की भूमिका
मैच के रेफरी धर्मेन्द्र कुमार थे, जिन्होंने मैच के दौरान निष्पक्ष निर्णय लिए। वहीं, लाइन्समेन की भूमिका में मनोज कुमार, अभय कुमार, और कन्हाय कुमार ने भी अपनी अहम भूमिका निभाई। इनकी मेहनत और समर्पण ने मैच के संचालन को सुव्यवस्थित किया।
समारोह के आयोजन में सहयोग
इस शानदार टूर्नामेंट को सफल बनाने में अरुण स्पोर्ट्स क्लब के अध्यक्ष अरुण कुमार चौधरी, रवि मंडल, राजेन्द्र सिंह, शशि चौधरी, कुंदन फौजी, दिनेश साह, धर्मेन्द्र कुमार, मुन्ना कुमार, संजीव कुमार और अन्य फुटबॉल टीम के खिलाड़ियों का विशेष योगदान रहा। इसके अलावा, सैकड़ों ग्रामीण दर्शकों ने भी मैच का आनंद लिया और खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया।
निष्कर्ष
कुमार अमरेन्द्र मोहन मेमोरियल फुटबॉल टूर्नामेंट का यह सेमीफाइनल मैच एक ऐतिहासिक मुकाबला बनकर सामने आया। बांका की टीम ने अपनी जबरदस्त टीमवर्क और शानदार खेल से गनगनिया को हराकर फाइनल में जगह बनाई। अब फाइनल मुकाबला काफी रोमांचक होने की उम्मीद है, जहां दोनों टीमें अपनी पूरी ताकत के साथ जीतने के लिए मैदान में उतरेंगी। इस टूर्नामेंट ने न सिर्फ फुटबॉल के प्रति प्रेम को बढ़ाया, बल्कि खिलाड़ियों को अपने कौशल को दिखाने का एक बेहतरीन मंच भी प्रदान किया।