भागलपुर जिले के सुल्तानगंज स्थित कृष्णानंद स्टेडियम में आयोजित कुमार अमरेन्द्र मोहन मेमोरियल फुटबॉल टूर्नामेंट पिंकू दादा स्मृति का फाइनल मुकाबला बड़े जोश और उत्साह के साथ खेला गया। इस टूर्नामेंट में अरुण स्पोर्ट्स क्लब, सुल्तानगंज और बांका एफएफसी के बीच रोमांचक टक्कर देखने को मिली। बांका एफएफसी ने अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर सुल्तानगंज की टीम को 1-0 से हराकर विजेता का खिताब अपने नाम कर लिया।
उद्घाटन और प्रारंभिक समारोह
फाइनल मैच का उद्घाटन सुल्तानगंज के स्थानीय विधायक प्रोफेसर ललित नारायण मंडल, नगर सभापति राज कुमार गुड्डू, मुरारका कॉलेज के प्राचार्य अमरकांत सिंह, और पूर्व पंचायती राज विभाग के प्रशिक्षक व आयोजनकर्ता धर्मेन्द्र सिंह उर्फ तेजा सिंह ने संयुक्त रूप से किया। उद्घाटन के दौरान खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर और फुटबॉल को किक मारकर मुकाबले की शुरुआत की गई।
मैच का रोमांच और निर्णायक क्षण
फाइनल मुकाबले में बांका एफएफसी के खिलाड़ी हेमंत टुडु, जो नौ नंबर की जर्सी पहनकर खेल रहे थे, ने अपनी टीम के लिए एकमात्र और निर्णायक गोल किया। उनका यह गोल खेल के पहले हाफ में हुआ, जिसने बांका को बढ़त दिलाई। सुल्तानगंज की टीम ने इस बढ़त को बराबर करने की भरपूर कोशिश की, लेकिन बांका के मजबूत डिफेंस और गोलकीपर के बेहतरीन प्रदर्शन के आगे वे सफल नहीं हो सके।
पुरस्कार वितरण और मुख्य अतिथियों की उपस्थिति
फाइनल मुकाबले के बाद विजेता और उपविजेता टीमों को पुरस्कार प्रदान किए गए। विजेता टीम बांका एफएफसी और उपविजेता टीम अरुण स्पोर्ट्स क्लब को अमरेन्द्र मोहन मेमोरियल फुटबॉल टूर्नामेंट पिंकू दादा की पत्नी एवं जदयू नेत्री प्रेमप्रभा सिन्हा और लोजपा जिला युवा अध्यक्ष मनीष कुमार ने पुरस्कृत किया।
इसके अतिरिक्त, मैन ऑफ द मैच और मैन ऑफ द सीरीज का खिताब भी बांका एफएफसी के खिलाड़ी को दिया गया। यह सम्मान उनके शानदार प्रदर्शन और खेल में अद्वितीय योगदान के लिए प्रदान किया गया।
मंचासीन गणमान्य और दर्शकों की भागीदारी
मैच के दौरान मंचासीन अतिथियों में समाजसेवी शत्रुघ्न चौधरी, वार्ड पार्षद नवीन कुमार बन्नी, विभूति यादव, सुभाष कुमार, शिशिर कुमार सिंह, अरुण सिंघानिया, नट बिहारी मंडल, एस के प्रोग्रामर, पूर्व विधायक प्रत्याशी रामोतार मंडल, रामकुमार गुप्ता, बासुदेव रामुका, और साथी सुरेश सहित कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
इसके अलावा, टूर्नामेंट के आयोजनकर्ताओं में शशि चौधरी, कुंदन फौजी, दिनेश साह, धर्मेन्द्र कुमार, और लाईसमैन मनोज कुमार का विशेष योगदान रहा। मैच का रोमांच देखने के लिए हजारों की संख्या में दर्शक स्टेडियम में उपस्थित थे।
सफल आयोजन की सराहना
इस टूर्नामेंट ने स्थानीय खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका दिया और खेल भावना को प्रोत्साहित किया। आयोजनकर्ताओं और अतिथियों ने टूर्नामेंट की सफलता पर खुशी जताई और भविष्य में ऐसे और आयोजन करने की बात कही।
अमरेन्द्र मोहन मेमोरियल फुटबॉल टूर्नामेंट का यह आयोजन न केवल खेल के प्रति लोगों के प्रेम को दर्शाता है, बल्कि समाज को खेलों के माध्यम से एकजुट करने का भी प्रयास है।