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भागलपुर जिले के नवगछिया थाना क्षेत्र अंतर्गत उजानी बगीचा गांव में सोमवार को आम तोड़ने को लेकर दो पक्षों के बीच अचानक विवाद इतना बढ़ गया कि मामला खूनी संघर्ष में तब्दील हो गया। घटना में दोनों पक्षों के एक दर्जन से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को तुरंत नवगछिया अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से स्थिति की गंभीरता को देखते हुए कई को भागलपुर के मायागंज अस्पताल रेफर किया गया है।

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इस विवाद की शुरुआत तब हुई जब उजानी गांव निवासी मो. जहांगीर ने आम के बगीचे में जबरन आम तोड़ने का आरोप दूसरे पक्ष पर लगाया। जहांगीर के अनुसार, उनके 17 कट्ठा जमीन पर आम का बगीचा है। सोमवार को गांव के ही इबरार बैठा, गुलजार बैठा और शमशेर बैठा वहां पहुंचे और बिना अनुमति के आम तोड़ने लगे। जब मो. जहांगीर और उनके परिजनों ने इसका विरोध किया, तो मामला गरमाने लगा और दोनों पक्षों में कहासुनी के बाद हाथापाई शुरू हो गई।

देखते ही देखते मामला हिंसक हो गया और दोनों पक्षों के लोग लाठी-डंडे व अन्य हथियार लेकर आमने-सामने हो गए। इस मारपीट में उजानी गांव निवासी शाकीर बैठा की पुत्री शाहीन प्रवीण, इब्राहिम बैठा का पुत्र मो. दिलदार, मो. मोनू, जाकिर बैठा की पत्नी जरीना खातून और शाकीर बैठा की पत्नी खुशबू खातून गंभीर रूप से घायल हो गईं। वहीं, दूसरे पक्ष से अंसार बैठा का पुत्र जहांगीर बैठा, जहांगीर बैठा का पुत्र शाहजहां बैठा, पांचो बैठा का पुत्र इंसार बैठा, मो. आसीन की पत्नी मोमिना खातून और मो. जहांगीर की पत्नी संजीदा खातून भी जख्मी हो गए।

घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीणों ने पुलिस को 112 नंबर पर सूचना दी। सूचना मिलते ही नवगछिया थाना पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में लिया। पुलिस ने दोनों पक्षों के घायलों को इलाज के लिए नवगछिया अनुमंडल अस्पताल भिजवाया। यहां प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर रूप से घायल मो. जहांगीर और दिलो बैठा को भागलपुर मायागंज अस्पताल रेफर कर दिया गया।

घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल बना हुआ है। पुलिस की एक टीम स्थिति पर नजर बनाए हुए है ताकि दोबारा कोई अप्रिय घटना न हो। इधर, दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ नवगछिया थाना में लिखित आवेदन देकर प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग की है। पुलिस ने आवेदन प्राप्त कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, जांच के दौरान यह देखा जाएगा कि घटना की वास्तविक शुरुआत कैसे हुई, किसने पहले हमला किया और कौन-कौन लोग इसमें शामिल थे। दोनों पक्षों के बयान के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

गांव के लोगों का कहना है कि आम के मौसम में हर साल इस तरह की छोटी-छोटी बातों पर विवाद होता है, लेकिन इस बार मामला काफी गंभीर हो गया। लोग प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए गांव में शांति समिति की बैठक कराई जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।

फिलहाल, पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और घायलों का इलाज चल रहा है। गांव में तनाव को देखते हुए एहतियातन पुलिस बल की तैनाती की गई है।

 

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