सुपौलसुपौल

सुपौल जिले के कटहरा पंचायत के कदमपुरा वार्ड 3 में 17 मार्च 2025 को लगी भयावह आग ने दर्जनों परिवारों का सब कुछ छीन लिया। इस आग ने कई घरों को राख कर दिया, जिसमें संतोष यादव का भी घर जलकर खाक हो गया। आग इतनी भीषण थी कि किसी के पास कुछ भी बचाने का मौका नहीं मिला, पूरा गांव मातम में डूब गया। इस कठिन समय में गांव के गरीब परिवारों की मदद के लिए संतोष यादव आगे आए और 11 जरूरतमंद परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान की।

आग ने छीन लिया सब कुछ

घटना के दिन अचानक लगी आग ने गांव के कई घरों को अपनी चपेट में ले लिया। लोग कुछ समझ पाते, उससे पहले ही घर जलकर राख हो चुके थे। आग के कारण लोगों के कपड़े, अनाज, बर्तन, पैसे, जरूरी दस्तावेज—सबकुछ जल गया। पीड़ित परिवारों के पास रहने के लिए कोई ठिकाना नहीं बचा, और वे पूरी तरह बेघर हो गए। प्रशासन की ओर से राहत कार्य किए गए, लेकिन गरीब परिवारों के लिए यह त्रासदी बेहद गंभीर थी।

दिल्ली से लौटे संतोष यादव, गरीबों की मदद के लिए बढ़ाया हाथ

संतोष यादव, जो दिल्ली में अपना व्यवसाय करते हैं, जब इस घटना के बारे में सुनकर गांव पहुंचे तो उन्होंने देखा कि कई गरीब परिवारों के पास खाने-पीने और रहने तक की सुविधा नहीं बची है। उन्होंने तत्काल फैसला लिया कि वे जरूरतमंदों की आर्थिक सहायता करेंगे। अपनी सामर्थ्य के अनुसार, उन्होंने गांव के 11 सबसे ज्यादा प्रभावित गरीब परिवारों को 5,000-5,000 रुपये की आर्थिक मदद दी।

ये 11 परिवार हुए लाभान्वित

संतोष यादव ने जिन 11 परिवारों को आर्थिक सहायता दी, उनके नाम इस प्रकार हैं:

  1. ललन यादव
  2. उमेश यादव
  3. लक्ष्मण यादव
  4. महेंद्र ठाकुर
  5. योगेंद्र ठाकुर
  6. सिकंदर ठाकुर
  7. विजेंद्र ठाकुर
  8. उमाकांत ठाकुर
  9. पवन ठाकुर
  10. छोटेलाल ठाकुर
  11. सुरेंद्र ठाकुर

इन परिवारों के पास इस आग ने सब कुछ छीन लिया था, लेकिन संतोष यादव की इस मदद ने उनके लिए थोड़ी राहत जरूर पहुंचाई।

गांव वालों ने की सराहना

संतोष यादव के इस सहयोग की गांव वालों ने काफी सराहना की। कई लोगों का कहना था कि जब प्रशासन से मदद की उम्मीद कम थी, तब संतोष यादव ने इंसानियत की मिसाल पेश की। लाभुकों ने भी संतोष यादव को धन्यवाद दिया और कहा कि इस सहायता से वे दोबारा अपने जीवन को पटरी पर लाने की कोशिश करेंगे।

प्रशासन से की गई अधिक सहायता की मांग

हालांकि संतोष यादव की इस मदद से पीड़ित परिवारों को राहत मिली है, लेकिन गांव के लोगों का कहना है कि प्रशासन को भी आगे आकर इन परिवारों की पूरी तरह से मदद करनी चाहिए। आग में जिनका घर जलकर राख हो गया, उन्हें सरकार से मुआवजा मिलना चाहिए ताकि वे दोबारा अपना जीवन शुरू कर सकें।

समाज के लिए प्रेरणा

संतोष यादव का यह कदम समाज के लिए प्रेरणा है। जब किसी आपदा में गरीब लोग अपना सब कुछ गंवा देते हैं, तब अगर सक्षम लोग मदद के लिए आगे आएं, तो मुश्किलें थोड़ी कम हो सकती हैं। संतोष यादव ने यह साबित कर दिया कि इंसानियत अभी भी जिंदा है।

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By admin

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