बिहार के पूर्वी चंपारण जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां सोशल मीडिया पर वायरल होने की होड़ में छह युवकों ने खुद को ‘फर्जी कमांडो’ बना डाला। गुरुवार शाम को जिले के लखौरा थाना क्षेत्र अंतर्गत एक सरकारी स्कूल के पास पुलिस को कुछ संदिग्ध हथियारबंद युवकों के मौजूद होने की गुप्त सूचना मिली। चूंकि यह इलाका नेपाल की सीमा से सटा हुआ है, इसलिए यह सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन अलर्ट हो गया।

सूचना मिलते ही पुलिस ने तत्काल एक बड़ी टीम गठित कर मौके पर भेजा। जिला प्रशासन की चिंता वाजिब थी क्योंकि नेपाल बॉर्डर नजदीक होने की वजह से यह इलाका माओवादी, डकैतों और अंतरराज्यीय गैंगस्टरों की गतिविधियों के लिए संवेदनशील माना जाता है।

पुलिस ने की ताबड़तोड़ कार्रवाई, निकली ‘रील्स गैंग’ की सच्चाई

पुलिस की टीम ने घेराबंदी कर जब मौके पर छापेमारी की तो वहां खाकी वर्दी पहने छह युवक एक खुले मैदान में बैठे मिले। उनके हाथों में एके-47 जैसी दिखने वाली राइफलें थीं। स्थिति को देखते हुए पुलिस ने बिना देरी किए उन्हें आत्मसमर्पण के लिए कहा।

पहले तो पुलिस को लगा कि यह कोई बड़ा आपराधिक गिरोह हो सकता है, लेकिन जब जांच शुरू हुई तो सच्चाई कुछ और ही निकली। दरअसल, ये सभी युवक दोस्त थे और सोशल मीडिया पर फेमस होने के लिए फर्जी हथियार और पुलिस की वर्दी पहनकर वीडियो रील्स बना रहे थे।

नकली राइफल और वर्दी से बना रहे थे वीडियो, पुलिस ने किए जब्त

पुलिस जांच में पाया गया कि जिन हथियारों को देखकर पुलिस सतर्क हो गई थी, वे असली नहीं थे। वे महज प्लास्टिक और लकड़ी से बने खिलौना बंदूकें थीं, जिन्हें असली एके-47 की तरह दिखाया गया था। इनके पास से पुलिस की वर्दी, टोपी और एक कैमरा भी बरामद किया गया है, जिससे वे वीडियो शूट कर रहे थे।

मोतिहारी एसपी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए युवकों में अमरनाथ कुमार, अंदल कुमार, अमल कुमार, सुमन कुमार, अफरोज मोहम्मद और संजय कुमार शामिल हैं। ये सभी युवक लखौरा थाना क्षेत्र के सरसौला गांव के रहने वाले हैं।

कानून का उल्लंघन बना भारी, युवकों पर दर्ज हुआ केस

भले ही युवकों की मंशा सोशल मीडिया पर ‘वायरल’ होने की थी, लेकिन उनका यह कारनामा कानून की नजर में संज्ञेय अपराध है। पुलिस की वर्दी पहनना और हथियारों के साथ बिना अनुमति सार्वजनिक स्थान पर घूमना भारतीय दंड संहिता की गंभीर धाराओं के तहत अपराध की श्रेणी में आता है।

एसपी ने कहा, “बिना अनुमति के पुलिस की वर्दी पहनना कानून का उल्लंघन है। युवकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। उन्हें शुक्रवार को स्थानीय अदालत में पेश किया गया है, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।”

सोशल मीडिया की सनक, कानून से खिलवाड़

आजकल सोशल मीडिया पर फेमस होने की चाह में कई युवा जोखिम भरे कदम उठा रहे हैं। रील्स पर ज्यादा व्यूज पाने की चाहत में वे यह भूल जाते हैं कि उनकी हरकतें कानूनन अपराध भी हो सकती हैं। ऐसा ही कुछ इन छह युवकों ने भी किया। वे खाकी वर्दी और हथियारों के साथ रील्स बनाकर खुद को ‘एक्शन हीरो’ दिखाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन यह कोशिश उन्हें सीधा जेल पहुंचा गई।

पुलिस की अपील : कानून से न करें खिलवाड़

मोतिहारी पुलिस ने इस घटना के बाद युवाओं से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर लोकप्रियता पाने के चक्कर में ऐसा कोई कार्य न करें, जिससे कानून व्यवस्था पर असर पड़े और उन्हें कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़े।

एसपी ने कहा, “सोशल मीडिया पर रील्स बनाने में कोई बुराई नहीं है, लेकिन इसके लिए फर्जी वर्दी, नकली हथियार और खतरनाक स्टंट करना अपराध की श्रेणी में आता है। युवाओं को जिम्मेदारी के साथ सोशल मीडिया का उपयोग करना चाहिए।”

नेपाल सीमा पर हाई अलर्ट, पुलिस ने बढ़ाई सतर्कता

यह घटना ऐसे समय सामने आई है, जब नेपाल सीमा पर लगातार अपराधियों की गतिविधियों को लेकर पुलिस सतर्क है। इसी वजह से किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना पर तुरंत कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि भविष्य में भी ऐसी घटनाओं पर सख्त रुख अपनाया जाएगा।

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