गोवा से एक शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है जिसने न सिर्फ मेडिकल शिक्षा संस्थानों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं, बल्कि छात्राओं की निजता और सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता भी पैदा कर दी है। गोवा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (GMC) के एक अंतिम वर्ष के एमबीबीएस छात्र पर आरोप है कि उसने डेंटल कॉलेज के गर्ल्स हॉस्टल में जबरन घुसकर वहां नहा रही छात्राओं की वीडियो बनाने की कोशिश की। यह मामला सामने आने के बाद से मेडिकल कैंपस में आक्रोश और भय का माहौल बना हुआ है।

**क्या है पूरा मामला?**
यह शर्मनाक घटना गोवा की राजधानी पणजी के पास स्थित बम्बोलिम गांव की है, जहां गोवा मेडिकल कॉलेज और डेंटल कॉलेज पास-पास स्थित हैं। घटना 19 मई की रात करीब 9:45 से 10 बजे के बीच घटी। पुलिस के मुताबिक, आरोपी छात्र बिना अनुमति के डेंटल कॉलेज के गर्ल्स हॉस्टल परिसर में घुस आया और बाथरूम क्षेत्र की ओर गया। वहां उसने नहा रही छात्राओं की चुपके से वीडियो बनाने की कोशिश की। जैसे ही छात्राओं को उसकी मौजूदगी का एहसास हुआ, वे घबरा गईं और शोर मचाया। मौके पर पहुंचे हॉस्टल स्टाफ और अन्य छात्राओं ने तुरंत स्थिति को संभाला और पुलिस को सूचित किया।

**आरोपी की पहचान और पुलिस की कार्रवाई**
आरोपी की पहचान गोवा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के अंतिम वर्ष के एक एमबीबीएस छात्र के रूप में हुई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए अगासैम पुलिस स्टेशन में आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस ने आरोपी पर भारतीय दंड संहिता (IPC) की उन धाराओं में मामला दर्ज किया है जो निजता के उल्लंघन, आपराधिक घुसपैठ और महिलाओं की गरिमा को ठेस पहुंचाने से संबंधित हैं। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या आरोपी पहले भी इस तरह की हरकतों में शामिल रहा है और कहीं उसने वीडियो रिकॉर्डिंग को सेव या शेयर तो नहीं किया।

**सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल**
इस घटना ने हॉस्टल और कॉलेज प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था को कटघरे में खड़ा कर दिया है। छात्र संगठनों और अभिभावकों का कहना है कि एक बाहरी व्यक्ति (चाहे वह छात्र ही क्यों न हो) अगर इतनी आसानी से गर्ल्स हॉस्टल में घुस सकता है, तो यह सुरक्षा में गंभीर चूक को दर्शाता है। कॉलेज प्रशासन पर अब दबाव है कि वह हॉस्टल परिसर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम करे, जिसमें 24×7 CCTV निगरानी, महिला सुरक्षाकर्मियों की तैनाती और इलेक्ट्रॉनिक प्रवेश प्रणाली जैसी व्यवस्थाएं शामिल हों।

**छात्राओं में भय और आक्रोश**
इस घटना के बाद हॉस्टल में रह रहीं छात्राएं डरी हुई हैं। उन्होंने कॉलेज प्रशासन से मांग की है कि आरोपी छात्र को तुरंत सस्पेंड किया जाए और उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। छात्राओं ने यह भी मांग की है कि हॉस्टल परिसर की सुरक्षा व्यवस्था में तुरंत सुधार लाया जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। कई छात्र संगठनों ने भी इस मुद्दे पर कॉलेज प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है और पारदर्शी जांच तथा कार्रवाई की मांग की है।

**कॉलेज प्रशासन की प्रतिक्रिया**
हालांकि कॉलेज प्रशासन की ओर से अभी तक कोई विस्तृत आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है, लेकिन सूत्रों के अनुसार, प्रशासन मामले की गंभीरता को समझते हुए आंतरिक जांच शुरू कर चुका है। साथ ही आरोपी छात्र को सस्पेंड करने पर भी विचार किया जा रहा है।

**निष्कर्ष**
यह घटना केवल एक संस्थान तक सीमित नहीं है, बल्कि यह पूरे देश के उन शैक्षणिक संस्थानों के लिए चेतावनी है जहां छात्राओं की सुरक्षा को लेकर अब भी पर्याप्त उपाय नहीं किए गए हैं। अब वक्त आ गया है कि कॉलेज प्रशासन, पुलिस और सरकार मिलकर ऐसे मामलों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाएं, ताकि छात्राएं अपने हॉस्टल और शैक्षणिक परिसर में सुरक्षित महसूस कर सकें।

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