नीतीश कुमार के जनता दरबार में पहुंची एक महिला फरियादी की बात सुनकर सीएम चौंक गए और तुरंत डीजीपी को फोन घुमाया. महिला ने बताया कि दहेज लोभियों ने उसकी बेटी की जान ले ली और पुलिस ने न्याय दिलाने के लिए घूस ली.

पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जनता दरबार में लोगों की समस्याओं का समाधान कर रहे हैं. इस दौरान सीएम के दरबार में एक रोती बिलखती महिला फरियादी पश्चिम चंपारण से पहुंची. महिला ने बताया कि बेटी की दहेज के लिए 2021 में हत्या कर दी गई लेकिन ससुरालवालों पर पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया. इतना ही नहीं घूसखोर पुलिस ने 12 लाख रुपये भी न्याय दिलाने के बदले ले लिया.

‘मेरी बेटी को मार दिया’: महिला ने कहा कि 30 अप्रैल 2021 को मेरी बेटी की शादी हुई थी लेकिन शादी के 26 दिन बाद ही ससुरालवालों ने उसकी हत्या कर दी. दहेज के लिए मेरी बेटी को मार डाला. 26 मई 2021 को बेटी की ससुरालवालों ने हत्या कर दी. थाने से कोई हेल्प नहीं मिला. मुफ्फसिल थाने ने 12 लाख रुपये मुझसे लिए हैं. अब मेरे बेटे को मारने की धमकी दी जा रही है.

“सर मुझे थाना से कोई हेल्प नहीं मिला है. मेरी बेटी को जहर देकर मार दिया गया. थाना में सब बिक गया. रोज मेरे बेटा को मारने की धमकी देते हैं. मुफ्फसिल थाने में 12 लाख रुपया ले लिए हैं. 26 दिन में बेटी को मार दिया. दो महिना में सबको बेल दे दिया. हमको न्याय चाहिए.”- महिला फरियादी

सीएम ने डीजीपी को फटकारा: महिला की फरियाद सुनते ही सीएम चौंक गए और तुरंत डीजीपी को फोन मिलाया. सीएम ने कहा कि महिला को भेज रहे हैं. दहेज में लास्ट ईयर हत्या कर दिया उसपर अबतक एक्शन क्यों नहीं हुआ है दिखाये मामला. महिला पश्चिम चंपारण की है.

बोले सीएम- ‘जल्द से जल्द एक्शन लीजिए’: दरअसल महिला ने बताया कि वह बेटी के न्याय के लिए थानों के चक्कर काट रही थी. इसी दौरान न्याय दिलाने के नाम पर पुलिसवालों ने उससे 12 लाख रूपये की मांग की. महिला ने पैसे भी दे दिए, लेकिन अब तक पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की. यह सुनते ही सीएम नीतीश कुमार ने डीजीपी को फोन किया और कहा कि एक महिला फरियादी आई है, जिसकी बेटी को शादी के 26 दिन बाद जहर देकर मार दिया गया. इस पर जल्द से जल्द कार्रवाई की जाए.

नीतीश कुमार का जनता दरबार: मुख्यमंत्री सचिवालय संवाद के ठीक बगल में बनाए गए हॉल में जनता दरबार में मुख्यमंत्री लोगों की शिकायतें सुन रहे हैं. उन्हीं लोगों को इसमें बुलाया गया है, जिन्होंने पहले से जनता दरबार के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था. आपको बता दें कि कोरोना के कारण अभी भी सीमित संख्या में ही लोगों को बुलाया जा रहा है और लोगों को जिला प्रशासन के माध्यम से ही जनता दरबार में चलाया जा रहा है. जनता दरबार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लोगों की शिकायतों का ऑन स्पॉट समाधान करने की कोशिश भी करते हैं.

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