आंध्र प्रदेश में पिछले एक हफ्ते में गोदावरी नदी में बाढ़ आ जाने से अब तक सात लोगों की मौत हो चुकी है। SDMA ने एक नोट में बताया कि कोनासीमा जिले में पांच लोगों तथा इलुरू एवं पश्चिमी गोदावरी जिले में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई। इनमें से ज्यादातर की जान उफनती नदी में ‘डूब जाने’ से हुई। इन सभी के परिवारों को चार -चार लाख रूपये की अनुग्रह राशि दी गई है। इस बीच सोमवार शाम तक डोवालेस्वरम में सर आर्थर कॉटन बैराज में बाढ़ के पानी की मात्रा बढ़कर 9.03 लाख क्यूसेक पर पहुंच गई है। SDMA ने कहा कि संबंधित जिलों के जिलाधिकारियों को नदी में पानी का बहाव बढ़ने की स्थिति में जरूरी कदम के लिए तैयार रहने को कहा गया है।

अथॉरिटी ने वॉटर फ्लो बढ़ने की स्थिति में तैयार रहने को कहा

दरअसल भारी बारिश के बाद तेलंगाना के भद्रचलम से बांध में भारी मात्रा में पानी आया। सुबह कॉटन बैराज में पानी की मात्रा रविवार शाम के 9.65 लाख कयूसेक से घटकर 8.65 लाख क्यूसेक रह गई थी। उसके बाद पहली चेतावनी भी वापस ले ली गयी थी। पोलावरम में सोमवार को वॉटर फ्लो रविवार शाम के 9.65 लाख क्यूसेक से घटकर 5.85 लाख क्यूसेक रह गया। जल संसाधन विभाग ने इसे वॉटर फ्लो में ‘गिरावट’ करार दिया। SDMA ने कहा कि संबंधित जिलों के जिलाधिकारियों को नदी में पानी का बहाव बढ़ने की स्थिति में जरूरी कदम के लिए तैयार रहने को कहा गया है।

कुकुनूर में NDRF और SDRF की एक-एक टीम मौजूद है

पिछले 12 दिनों से सबसे अधिक प्रभावित मंडलों में एक कुकुनूर में NDRF और SDRF की एक-एक टीम राहत अभियान के लिए है। मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी मंगलवार को बाढ़ प्रभावित कोनासीमा जिले में जाएंगे और प्रभावित लोगों से बातचीत करेंगे। मुख्यमंत्री कार्यालय की विज्ञप्ति के मुताबिक वह जिले में कुछ गांवों में जाएंगे और राहत कार्यों का निरीक्षण करेंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री राजमहेंद्रवरम जाएंगे और वहां संपूर्ण स्थिति पर एक समीक्षा बैठ करेंगे।

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