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पटना, 20 मई 2025 — मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुख्य सचिवालय स्थित सभा कक्ष में संभावित बाढ़ एवं सुखाड़ से निपटने की तैयारियों की उच्चस्तरीय समीक्षा की। इस बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के जिलाधिकारी, वरीय पुलिस अधीक्षक / पुलिस अधीक्षक भी शामिल रहे।
बैठक में आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री प्रत्यय अमृत ने बिहार मौसम सेवा केन्द्र द्वारा जारी वर्ष 2025 के मॉनसून पूर्वानुमान की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जून में सामान्य से कम, जबकि जुलाई, अगस्त और सितम्बर में सामान्य वर्षा होने की संभावना है। उन्होंने संभावित आपदा की स्थिति में की गई तैयारियों की विस्तृत जानकारी दी। इसमें नावों की व्यवस्था, पॉलिथिन शीट, दवाएं, पशुचारा, राहत सामग्री, सामुदायिक रसोई, ड्राई राशन व फूड पैकेट्स की उपलब्धता, आपातकालीन संचालन केंद्र तथा बाढ़ आश्रय स्थलों की तैयारी शामिल है।
मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुए कहा कि राज्य के खजाने पर पहला अधिकार आपदा पीड़ितों का है। उन्होंने अधिकारियों को सचेत रहते हुए समय रहते सभी तैयारियां पूरी करने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि 2005 के पूर्व आपदा प्रबंधन को गंभीरता से नहीं लिया जाता था, लेकिन उनकी सरकार बनने के बाद इस दिशा में ठोस पहल की गई। उन्होंने 2007 की बाढ़ और 2008 की कोसी त्रासदी का हवाला देते हुए बताया कि किस तरह राहत और पुनर्वास का काम बड़े पैमाने पर किया गया था।
मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्ष 2016 से बाढ़ प्रभावित परिवारों को 6 हजार रुपये का अनुग्रह अनुदान दिया जाता था, जिसे 2023 में बढ़ाकर 7 हजार रुपये कर दिया गया। साथ ही बाढ़ एवं अन्य आपदाओं में मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपये की सहायता दी जाती है।
जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव श्री संतोष कुमार मल्ल ने बताया कि तटबंधों की सुरक्षा, जलनिकासी तथा अन्य संरचनात्मक तैयारियों को समय से पूरा किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि मई के अंत तक सभी तैयारियां पूर्ण कर ली जाएं। जिलाधिकारी क्षेत्र में जाकर स्थलीय आकलन करें और आमजन की समस्याएं समझकर समाधान सुनिश्चित करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ और सुखाड़ की स्थिति में पीने के पानी, चिकित्सा व्यवस्था, पशुचारा, फसल क्षति के मुआवजे एवं सामुदायिक रसोई की व्यवस्था पहले से सुनिश्चित हो। उन्होंने आपदा प्रबंधन विभाग को लगातार तैयारियों की निगरानी करने को कहा।
मुख्यमंत्री ने बदलते मौसम पर विशेष सतर्कता बरतने की बात कही और सभी जिलों के प्रभारी मंत्रियों और सचिवों को जिलों का दौरा कर वस्तु स्थिति की जानकारी लेने का निर्देश दिया। जून के प्रथम सप्ताह तक सभी अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों की स्थिति का समुचित आकलन कर तैयारी सुनिश्चित करें।
बैठक में उप मुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी, उप मुख्यमंत्री श्री विजय कुमार सिन्हा, जल संसाधन मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी, ऊर्जा मंत्री श्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडेय, आपदा प्रबंधन मंत्री श्री विजय कुमार मंडल सहित अनेक विभागों के मंत्री, सचिव, बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य, NDRF, SDRF तथा मौसम सेवा केन्द्र के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
