नवगछिया। बाढ़ के पानी ने एक और परिवार से उसका सदस्य छीन लिया। नवगछिया अनुमंडल के गोपालपुर प्रखंड अंतर्गत सुकटिया बाजार निवासी 64 वर्षीय चन्द्रदेव मोदी की मौत रविवार की सुबह कलबलिया धार में डूबने से हो गई। उनके निधन से परिवार और गांव में शोक का माहौल है।

परिजनों ने बताया कि गंगा और कोसी नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण पिछले दो-तीन दिनों से बाढ़ का पानी कलबलिया धार में प्रवेश कर चुका था। गांव के चारों ओर पानी फैलने लगा था, जिससे लोगों को आवाजाही में कठिनाई हो रही थी। रविवार की सुबह चन्द्रदेव मोदी अपने घर के पीछे निकले थे। इसी दौरान अचानक उनका पैर फिसल गया और वह असंतुलित होकर कलबलिया धार के गहरे पानी में गिर गए। आसपास कोई मौजूद नहीं होने के कारण वह पानी में डूबने लगे और शोर सुनकर ग्रामीण पहुंचे, लेकिन तब तक वह गहरे पानी में समा चुके थे।

ग्रामीणों और परिजनों ने मिलकर काफी प्रयास के बाद उन्हें पानी से बाहर निकाला और तत्काल गोपालपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे। वहां चिकित्सकों ने जांच के बाद चन्द्रदेव मोदी को मृत घोषित कर दिया। मौत की सूचना से परिजनों में कोहराम मच गया। मृतक के बेटे और परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था। गांव के लोगों ने बताया कि चन्द्रदेव मोदी मिलनसार और मेहनती व्यक्ति थे, जिनकी वजह से गांव में सभी के बीच उनकी अच्छी छवि थी।

घटना की जानकारी गोपालपुर थाना को दी गई। सूचना मिलते ही गोपालपुर थाना की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और आवश्यक कागजी कार्रवाई पूरी की। पुलिस ने पंचनामा तैयार कर शव को पोस्टमार्टम के लिए अनुमंडलीय अस्पताल नवगछिया भेज दिया। पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया। परिजनों ने बताया कि बाढ़ का पानी गांव के अंदर प्रवेश करने के कारण आवाजाही में लगातार खतरा बना हुआ था। चन्द्रदेव मोदी की मौत ने इस खतरे को और स्पष्ट कर दिया है।

ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि बाढ़ के पानी में डूबने से लगातार जान जाने की घटनाओं को देखते हुए कटाव और बाढ़ से बचाव के लिए उचित प्रबंध किया जाए। साथ ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में नाव और बचाव दल की तैनाती की जाए, ताकि इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति न हो।

ज्ञात हो कि इस समय गंगा और कोसी नदी का जलस्तर बढ़ने से गोपालपुर, रंगरा, खरीक और नारायणपुर प्रखंड के कई क्षेत्रों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। कलबलिया धार क्षेत्र, जो कि कटाव और बाढ़ का संवेदनशील इलाका माना जाता है, वहां पानी घुसने से कई घरों और खेतों में पानी भर गया है। इससे लोगों का जीवन प्रभावित हो रहा है।

ग्रामीणों ने प्रशासन से मृतक के परिवार को उचित मुआवजा देने और बाढ़ के कारण उत्पन्न हुई स्थिति को देखते हुए प्रभावित परिवारों को राहत सामग्री उपलब्ध कराने की मांग की है।

चन्द्रदेव मोदी की आकस्मिक मौत से गांव में शोक का माहौल है और लोग उनके परिवार को सांत्वना देने पहुंच रहे हैं।

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