बिहार शिक्षक भर्ती का रिजल्ट जारी होने से पहले बिहार लोक सेवा आयोग के चेयरमैन अतुल प्रसाद ने उन अभ्यर्थियों को चेतावनी दी है। जिन्होंने डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के दौरान जानबूझकर गलत प्रमाणपत्र सब्मिट किए थे। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (ट्विटर) पर कहा -, ‘शिक्षक भर्ती के डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन की जांच में पाया गया कि कई अभ्यर्थियों ने गलत प्रमाणपत्र जमा किये थे और डीवी के दौरान सही प्रमाणपत्र प्रस्तुत नहीं किये थे। इससे पता चलता है कि यह जानबूझकर किया गया था। यह डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन प्रक्रिया को रोकने का एक कारण हो भी सकता है या नहीं भी। लेकिन यह तय है कि इसके परिणाम गंभीर होंगे।’
दरअसल, बीपीएससी ने कुछ दिन पहले कहा था कि ओएमआर शीट पर जिन उम्मीदवारों का क्वेश्चन सीरीज भरना छूट गया था उनका भी रिजल्ट जारी किया जाएगा। आयोग ने कहा कि ऐसे जितने भी उम्मीदवार जिन्होंने ओएमआर शीट में क्वेश्चन सीरीज भरना छूट गया था, उन सभी उम्मीदवारों की कॉपी भी स्केल यानी जांची गई है। जिन उम्मीदवारों का नहीं है, उन पर चारों स्टेप का स्केल-ए, बी, सी और डी किया गया है। जिसमें उम्मीदवार के ज्यादा मार्क्स होंगे – चाहे वह बी में हो, डी में हो या फिर ए में वही माना जाएगा।
इसके साथ ही बिहार लोक सेवा आयोग ( बीपीएससी ) के अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने कहा है कि ओएमआर शीट पर गलत प्रश्न पुस्तिका श्रृंखला लिखने या उससे संबंधित कॉलम को खाली छोड़ने वाले अभ्यर्थियों का आगे आने वाली भर्ती परीक्षाओं में दंडस्वरूप कुछ अंक काटा जाएंगे। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स ( पहले ट्विटर) पर यह जानकारी दी।”
आपको बताते चलें कि, ऐसा कहा जा रहा है कि बिहार लोक सेवा आयोग कल 10 अक्टूबर को बीपीएससी टीआरई रिजल्ट जारी कर सकता है। बिहार लोक सेवा आयोग माध्यमिक, उच्च माध्यमिक , प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में करीब 1.70 हजार पदों पर भर्ती के लिए 24, 25 और 26 अगस्त 2023 को शिक्षक भर्ती परीक्षा (TRE) का आयोजन कराया था। इस परीक्षा में करीब 6 लाख अभ्यर्थियों ने भाग लिया था।