भागलपुर जिले के खरीक थाना क्षेत्र से एक गंभीर मामला सामने आया है, जहां स्थानीय निवासी बमबम कुमार शर्मा ने पुलिसकर्मियों पर बर्बरता का गंभीर आरोप लगाया है। बमबम कुमार का कहना है कि रविवार की शाम खरीक बाजार के पास एक टोटो चालक द्वारा एक लड़की से छेड़खानी की कोशिश की जा रही थी। जब उन्होंने और उनके साथी ने इसका विरोध किया, तो टोटो चालक ने उन पर हमला कर दिया।

 

घटना के दौरान मौके पर मौजूद एक पुलिसकर्मी ने तत्काल हस्तक्षेप करते हुए दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर अलग किया। लेकिन मामला यहीं खत्म नहीं हुआ। बमबम कुमार के अनुसार, इसके बाद टोटो चालक ने खरीक थाना के दरोगा सौरभ कुमार और विक्रम कुमार को मौके पर बुला लिया।

 

बमबम कुमार का आरोप है कि दोनों दरोगाओं ने उनके साथ न केवल बदसलूकी की, बल्कि थाने ले जाकर बेरहमी से पिटाई भी की। उन्होंने बताया कि उन्हें लाठी और डंडों से बुरी तरह पीटा गया, जिससे उनके शरीर पर गंभीर चोटें आई हैं। घायल अवस्था में उन्हें स्थानीय लोगों की मदद से पहले नवगछिया अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उनकी हालत नाजुक देखते हुए मायागंज अस्पताल रेफर कर दिया।

 

बमबम कुमार ने इस घटना को लेकर नवगछिया कोर्ट में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई है और न्याय की मांग की है। उनका कहना है कि पुलिस से सुरक्षा की उम्मीद थी, लेकिन उन्हीं लोगों ने उनके साथ अत्याचार किया। उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।

 

दूसरी ओर, घटना के बाद इलाके में पुलिस प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठने लगे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर कोई व्यक्ति समाज में गलत काम का विरोध करता है और उसे ही सजा दी जाती है, तो यह न्याय व्यवस्था के लिए शर्मनाक स्थिति है।

 

फिलहाल पुलिस प्रशासन की ओर से इस पूरे मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है। हालांकि सूत्रों के अनुसार, जिला पुलिस मुख्यालय ने मामले की आंतरिक जांच के आदेश दे दिए हैं।

 

स्थानीय लोगों का कहना है कि खरीक बाजार में इस तरह की घटनाएं आम होती जा रही हैं और पुलिस को इस पर सख्त रुख अपनाने की जरूरत है। वहीं, इस मामले ने एक बार फिर पुलिस की कार्यशैली और आम नागरिकों के साथ व्यवहार पर गंभीर प्रश्न खड़े कर दिए हैं।

 

भागलपुर जैसे शांत जिले में कानून व्यवस्था पर इस घटना ने बड़ा सवालिया निशान लगा दिया है। अब देखना होगा कि प्रशासन पीड़ित को न्याय दिलाने के लिए क्या कदम उठाता है, या यह मामला भी कई अन्य मामलों की तरह जांच की फाइलों में दबकर रह जाएगा।

 

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *