गोपालपुर थाना क्षेत्र के कटचीरा गांव में 12 जून को हुई एक नृशंस हत्या ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। इस घटना में ग्रामीण चिकित्सक मो. रिजवान की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने इस हत्या का कारण कथित तौर पर अवैध संबंध को बताया था, लेकिन मृतक के परिजन इस दावे को सिरे से खारिज करते हुए न्याय की गुहार लगा रहे हैं।
मृतक मो. रिजवान गोपालपुर थाना अंतर्गत मुस्लिम टोला के निवासी थे। वे पेशे से एक ग्रामीण चिकित्सक थे और वर्षों से आसपास के गांवों में लोगों का इलाज कर जीवन यापन कर रहे थे। वे रात-दिन लोगों की सेवा में तत्पर रहते थे और आपात स्थिति में भी मरीजों के बुलावे पर घर-घर जाकर इलाज करते थे। रिजवान अपने चार छोटे बच्चों, वृद्ध माता-पिता और पत्नी की जिम्मेदारी निभाते थे।
रिजवान की हत्या के बाद पुलिस द्वारा इसे अवैध संबंध से जुड़ा मामला बताना परिजनों और ग्रामीणों को रास नहीं आया। मृतक की पत्नी चांदनी देवी, मां और भाई ने नवगछिया के पुलिस अधीक्षक को एक आवेदन सौंपा है, जिसमें उन्होंने इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। इस आवेदन की प्रतिलिपि बिहार के डीजीपी, भागलपुर रेंज के आईजी और अन्य उच्च पुलिस अधिकारियों को भी भेजी गई है।
परिजनों का कहना है कि रिजवान का आचरण और चरित्र बेहद सम्मानजनक था। वे वर्षों से चिकित्सा के क्षेत्र में कार्य कर रहे थे और उनका किसी महिला से कोई अवैध या अनैतिक संबंध नहीं था। उन्होंने स्पष्ट कहा कि पुलिस द्वारा जो कारण बताया गया है, वह पूरी तरह से बेबुनियाद और झूठ पर आधारित है। इससे ना केवल मृतक की छवि धूमिल हो रही है, बल्कि मामले की गंभीरता भी भटकाई जा रही है।
चांदनी देवी का आरोप है कि अपराधियों ने साजिश के तहत पहले रिजवान को बदनाम किया और फिर उसकी हत्या कर दी। इसके पीछे मकसद शायद उनके काम से जलन, क्षेत्र में उनकी लोकप्रियता या किसी पुराने विवाद से उपजी रंजिश हो सकती है। इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी बताया कि अब पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी जा रही है, जिससे वे भय के साये में जी रहे हैं।
इस मामले को लेकर ग्रामीणों में भी भारी आक्रोश है। मृतक के समर्थन में सौ से अधिक ग्रामीणों ने आवेदन पत्र पर हस्ताक्षर कर प्रशासन से दोषियों की अविलंब गिरफ्तारी और स्पीडी ट्रायल के तहत कठोर सजा की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि रिजवान जैसे कर्मठ और ईमानदार व्यक्ति की हत्या कर पूरे गांव को चिकित्सकीय सेवा से वंचित कर दिया गया है।
ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस प्रारंभिक जांच में ही गलत दिशा में मामले को मोड़ रही है, जिससे असली अपराधी बच निकलने की फिराक में हैं। ऐसे में प्रशासन से निष्पक्ष और पारदर्शी जांच की मांग की गई है।
नवगछिया एसपी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच टीम को निर्देश दिया है कि पूरे घटनाक्रम की तह तक जाकर सच्चाई सामने लाई जाए। उन्होंने परिजनों को न्याय का भरोसा दिलाया है और कहा है कि किसी भी निर्दोष को फंसाया नहीं जाएगा और किसी भी दोषी को छोड़ा नहीं जाएगा।
ग्रामीण चिकित्सक मो. रिजवान की हत्या से उनके परिवार के साथ-साथ पूरे गांव में शोक की लहर है। अब सभी की निगाहें पुलिस जांच और प्रशासन की कार्रवाई पर टिकी हैं। पीड़ित परिवार और ग्रामीणों की मांग है कि इस जघन्य हत्याकांड में शामिल अपराधियों को अविलंब गिरफ्तार कर कठोर सजा दी जाए, ताकि भविष्य में कोई और रिजवान इस तरह की साजिश का शिकार न बने।
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