पूर्णिया से एक बड़ा मामला सामने आया है, जहां कानून के रक्षक ही कानून तोड़ते नजर आए। जिले के गुलाबबाग टीओपी के थाना प्रभारी कुंदन कुमार को मक्का व्यवसायी से अवैध वसूली के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। पूर्णिया के एसपी कार्तिकेय शर्मा ने यह कार्रवाई की है, जो पुलिस विभाग में अनुशासन और पारदर्शिता को लेकर एक सख्त संदेश मानी जा रही है।

गुलाबबाग मंडी में मचा हड़कंप
घटना गुलाबबाग मंडी की है, जहां सप्ताह में दो दिन मंडी लगती है। इस दौरान सैकड़ों किसान अपने उत्पाद, विशेषकर मक्का, लेकर यहां पहुंचते हैं। मंडी में ग्रामीण इलाकों से किसान ट्रैक्टरों पर मक्का लोड कर बेचने आते हैं। इसी मंडी में एक मक्का व्यवसायी का ट्रैक्टर पुलिस द्वारा रोका गया, जिसके बाद अवैध वसूली की यह घटना सामने आई।
कागजात जांच के बावजूद ट्रैक्टर जब्त
व्यवसायी का कहना है कि जब ट्रैक्टर को रोका गया तो उसने ट्रैक्टर के सारे कागजात पुलिस को दिखा दिए। जांच में कागजात सही पाए गए, फिर भी थाना प्रभारी ने चालान काटने और ट्रैक्टर जब्त करने की बात कही। व्यवसायी ने जब सवाल किया कि कागजात सही होने पर चालान क्यों काटा जा रहा है, तो उसे धमकाया गया और ट्रैक्टर थाने में लगा दिया गया।
25 हजार रुपए में छोड़ा ट्रैक्टर
व्यवसायी ने आरोप लगाया कि थाना प्रभारी कुंदन कुमार ने साफ तौर पर 25 हजार रुपए की मांग की। मजबूरी में व्यवसायी को यह रकम देनी पड़ी, जिसके बाद ही ट्रैक्टर को छोड़ा गया। पैसे लेने के बावजूद उसे कोई चालान या रसीद नहीं दी गई। पैसे देने के बाद पीड़ित व्यवसायी ने पूरे मामले की शिकायत सीधे पूर्णिया के एसपी कार्तिकेय शर्मा से की।
एसपी ने दिए तत्काल जांच के आदेश
एसपी को जब पूरे मामले की जानकारी मिली तो उन्होंने तुरंत एक्शन लिया। उन्होंने पूर्णिया डीएसपी-1 को मामले की जांच का आदेश दिया। जांच के दौरान यह स्पष्ट हो गया कि थाना प्रभारी ने अपनी वर्दी और पद का दुरुपयोग करते हुए अवैध वसूली की थी। जांच रिपोर्ट में पाया गया कि व्यवसायी के सारे दस्तावेज सही थे और पुलिस की ओर से की गई कार्रवाई पूरी तरह गलत और नियमों के विरुद्ध थी।
थाना प्रभारी निलंबित, नए अफसर की तैनाती
जांच रिपोर्ट आने के बाद एसपी कार्तिकेय शर्मा ने थाना प्रभारी कुंदन कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। इसके साथ ही गुलाबबाग टीओपी की जिम्मेदारी अब नए थाना प्रभारी सनी कुमार को सौंप दी गई है। एसपी ने स्पष्ट कहा है कि पुलिस विभाग में किसी भी प्रकार की भ्रष्टाचारपूर्ण गतिविधि बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
एसपी का बयान
एसपी कार्तिकेय शर्मा ने कहा,
“ट्रैक्टर मालिक ने शिकायत की थी कि कागजात सही होने के बावजूद थाना प्रभारी द्वारा 25 हजार रुपए वसूले गए। उन्हें कोई चालान रसीद नहीं दी गई। जांच के बाद आरोप सही पाए गए और थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है।”
जनता में संतोष, पुलिस की साख पर सवाल
इस कार्रवाई से आम जनता में कुछ हद तक संतोष जरूर देखा गया है कि उनके हक में सख्त कदम उठाए गए हैं। वहीं, यह घटना पुलिस विभाग की साख पर भी सवाल उठाती है। सवाल उठता है कि यदि एसपी तक मामला नहीं पहुंचता तो क्या पीड़ित को कभी न्याय मिल पाता?
यह घटना पुलिस महकमे के लिए एक चेतावनी है कि वर्दी पहनने का मतलब यह नहीं कि कोई कानून से ऊपर हो। भ्रष्टाचार चाहे किसी भी स्तर पर हो, उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अपना बिहार झारखंड पर और भी खबरें देखने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें