भागलपुर की सियासत में एक बार फिर बड़ा उलटफेर देखने को मिला जब झुग्गी झोपड़ी संघर्ष समिति के अध्यक्ष शंकर प्रसाद गुप्ता ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से नाता तोड़ते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की दोबारा सदस्यता ग्रहण कर ली। उनकी वापसी पर भाजपा कार्यकर्ताओं और झुग्गी झोपड़ी संघर्ष समिति के समर्थकों में भारी उत्साह देखा गया। गुप्ता की वापसी को स्थानीय राजनीति में एक बड़ा घटनाक्रम माना जा रहा है, जो आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा की रणनीति को मजबूत कर सकता है।

गुप्ता के भागलपुर स्थित कार्यालय में इस अवसर पर एक भव्य स्वागत समारोह आयोजित किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और समर्थक उपस्थित हुए। जैसे ही शंकर प्रसाद गुप्ता ने भाजपा में वापसी की घोषणा की, कार्यकर्ताओं ने उन्हें फूल-मालाओं से लाद दिया। चारों ओर “नरेंद्र मोदी ज़िंदाबाद”, “नीतीश कुमार ज़िंदाबाद”, और “शंकर प्रसाद गुप्ता अमर रहें” जैसे नारों की गूंज सुनाई दी। पूरा माहौल उत्सव में तब्दील हो गया।

मीडिया से बातचीत के दौरान शंकर प्रसाद गुप्ता ने अपने फैसले की वजह बताते हुए कहा, *”राजद में रहते हुए मैंने आम जनता और झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लोगों की आवाज़ को बुलंद करने की पूरी कोशिश की, लेकिन वहां की कार्यशैली और नेतृत्व से निराश होकर मैंने पार्टी छोड़ने का फैसला लिया। भाजपा ने हमेशा गरीबों, मजदूरों और आम लोगों की चिंता की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार और देश का विकास तेजी से हो रहा है।”*

उन्होंने आगे कहा, *”अब समय आ गया है कि हम पूरी ताकत के साथ एनडीए के लिए मैदान में उतरें और भागलपुर लोकसभा क्षेत्र की सातों विधानसभा सीटों पर एनडीए उम्मीदवारों को विजयी बनाएं। मेरा लक्ष्य सिर्फ सत्ता नहीं, बल्कि समाज के सबसे अंतिम व्यक्ति तक विकास की रोशनी पहुँचाना है।”*

गुप्ता ने कहा कि भाजपा में वापसी उनका भावनात्मक और वैचारिक निर्णय है। उन्होंने दावा किया कि उनके साथ झुग्गी-झोपड़ी संघर्ष समिति के सैकड़ों कार्यकर्ता भी भाजपा में शामिल होंगे। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे एकजुट होकर चुनाव की तैयारी में लग जाएं ताकि आने वाले विधानसभा चुनाव में एनडीए को ऐतिहासिक जीत दिलाई जा सके।

कार्यक्रम में भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी भी देखी गई। उन्होंने गुप्ता का स्वागत करते हुए कहा कि उनके आने से पार्टी की जमीनी पकड़ और भी मजबूत होगी। भाजपा के जिला अध्यक्ष ने कहा, *”शंकर प्रसाद गुप्ता जैसे जुझारू और सामाजिक सरोकारों से जुड़े नेता की वापसी से हमें मजबूती मिलेगी। उनका अनुभव और जनसंपर्क पार्टी के लिए लाभकारी साबित होगा।”*

वहीं, झुग्गी-झोपड़ी संघर्ष समिति के कार्यकर्ताओं में भी भारी जोश देखा गया। कई कार्यकर्ताओं ने कहा कि उन्हें अब भरोसा है कि उनके मुद्दे भाजपा के माध्यम से सरकार तक और प्रभावशाली ढंग से पहुंचेंगे। समिति के महासचिव रमेश यादव ने कहा, *”गुप्ता जी के नेतृत्व में हमने कई आंदोलनों को सफल बनाया है। अब जब वह फिर भाजपा के साथ हैं, तो हम उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलेंगे और समाज के अंतिम व्यक्ति तक आवाज़ पहुँचाएंगे।”*

कार्यक्रम के अंत में देश और प्रदेश की समृद्धि के लिए प्रार्थना की गई और एकता, विकास और लोकतंत्र के मूल्यों को बनाए रखने की शपथ दिलाई गई।

शंकर प्रसाद गुप्ता की इस घर वापसी को भाजपा आगामी चुनावों की दृष्टि से एक अहम उपलब्धि मान रही है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि वे और उनकी टीम एनडीए को आगामी चुनावों में कितनी मजबूती प्रदान कर पाती है। लेकिन फिलहाल, भागलपुर में इस राजनीतिक घटनाक्रम से नया उत्साह जरूर देखने को मिल रहा है।

 

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