13 अंकों के इस यूनिक आईडी नंबर को पंजीयन संख्या प्रपत्र के साथ बोर्ड ने जारी किया है। यानि इस बार से छात्रों को परीक्षा फॉर्म भरने में पंजीयन संख्या के अलावा यूनिक आईडी नंबर भी भराया जा रहा है।
बिहार में मैट्रिक और इंटर वार्षिक परीक्षा 2023 के सभी परीक्षार्थियों की अब एक यूनिक आईडी से पहचान होगी। परीक्षार्थी अपने यूनिक आईडी से परीक्षा संबंधित जानकारी प्राप्त कर पाएंगे। इसके लिए बिहार बोर्ड ने इंटर और मैट्रिक के लगभग 30 लाख छात्र-छात्राओं को यूनिक आईडी नंबर जारी किया गया है।
13 अंकों के इस यूनिक आईडी नंबर को पंजीयन संख्या प्रपत्र के साथ बोर्ड ने जारी किया है। यानि इस बार से छात्रों को परीक्षा फॉर्म भरने में पंजीयन संख्या के अलावा यूनिक आईडी नंबर भी भराया जा रहा है। इसके लिए बोर्ड ने अलग से कॉलम बनाया है। परीक्षा फॉर्म में पंजीयन संख्या के अलावा यूनिक आईडी का कॉलम अलग से दिया गया है। जो छात्र यूनिक आईडी नंबर नहीं भरेंगे, उनके परीक्षा फॉर्म को रद्द कर दिया जाएगा।
बिहार का छात्र होने की पहचान है यह आईडी
ज्ञात हो कि अभी तक मैट्रिक और इंटर परीक्षार्थी की पहचान उनके पंजीयन संख्या से होती थी। परीक्षा फॉर्म भराने के पहले छात्र-छात्रा का रजिस्ट्रेशन होता है। इस रजिस्ट्रेशन नंबर पर छात्र परीक्षा फॉर्म भरते थे। यह दोनों नंबर परीक्षार्थी का उनके जिला और उनके स्कूल की पहचान करवाता था, लेकिन अब पंजीयन संख्या के अलावा छात्र के पास यूनिक आईडी नंबर होगा। जिससे छात्र इंटर या मैट्रिक परीक्षार्थी होने की पहचान देगा। यह यूनिक आईडी हर छात्र का अलग-अलग होगा। इससे जिलावार नहीं किया गया है। यह बिहार बोर्ड के छात्र होने की पहचान देगा।
परीक्षार्थी को ई-मेल पर मिलेगी सारी जानकारी
बोर्ड द्वारा परीक्षा फॉर्म में मोबाइल नंबर और ई-मेल आईडी देना अनिवार्य किया गया है। इससे बाद में परीक्षा संबंधित सारी जानकारी छात्रों को उनके ईमेल आईडी पर भेजा जा सके। इसके साथ ही बोर्ड ने आधार नंबर देने को कहा है। जिन छात्रों के पास आधार नंबर नहीं है, वो इसकी जानकारी भी फॉर्म भरने में देंगे। वर्ष 2023 में इंटर और मैट्रिक परीक्षार्थियों के अंक पत्र और प्रमाण पत्र पर भी यूनिक आईडी रहेगी। इससे आगे अंक पत्र और प्रमाण पत्र का गलत इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा।