भागलपुर जिले के नाथनगर थाना क्षेत्र स्थित वार्ड नंबर 6 के राजकीय उर्दू मध्य विद्यालय में लगातार हो रही चोरी की घटनाओं ने स्कूल प्रशासन और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की चिंता बढ़ा दी है। स्कूल के प्रधानाध्यापक शाहबाज आलम ने नाथनगर थाने में इस संबंध में एक लिखित शिकायत दर्ज कराई है।

शाहबाज आलम ने अपनी शिकायत में बताया कि बीते कुछ महीनों से विद्यालय में चोरी की घटनाएं लगातार हो रही हैं। बीती रात अज्ञात चोरों ने स्कूल के एक क्लासरूम से पंखा और पानी चलाने वाला मोटर चोरी कर लिया। इससे पहले भी विद्यालय को कई बार चोरों ने निशाना बनाया है। चोरी की घटनाएं सिर्फ विद्यालय की संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचा रहीं, बल्कि छात्रों और शिक्षकों की सुरक्षा पर भी सवाल खड़ा कर रही हैं।

विद्यालय में पदस्थापित शिक्षक डॉ. अनवर उल हक ने बताया कि स्कूल के आसपास कई नशीले पदार्थों की दुकानें हैं, जिससे विद्यालय का माहौल असुरक्षित बना हुआ है। उन्होंने बताया कि खासकर छात्राओं को लेकर उन्हें चिंता बनी रहती है। नशीली चीजों की बिक्री और उपभोग के चलते विद्यालय के पास असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लग जाता है। इससे शाम ढलते ही परिसर और उसके आसपास का वातावरण भयावह हो जाता है।

डॉ. अनवर ने आगे बताया कि स्कूल के परिसर में बैठकर कुछ लोग खुलेआम नशीली दवाओं और पदार्थों का सेवन करते हैं और आपराधिक गतिविधियों की योजना भी बनाते हैं। इससे विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों के मन में डर का माहौल बन गया है। छात्राओं के माता-पिता भी इस स्थिति से चिंतित हैं और बच्चों को स्कूल भेजने में हिचकिचाते हैं।

इस गंभीर स्थिति को लेकर वार्ड संख्या 6 के पार्षद मनोज पासवान ने भी चिंता जाहिर की है। उन्होंने बताया कि इससे पहले भी चोरों ने स्कूल के आईटी लैब से महंगी बैटरी और कंप्यूटर की चोरी की थी, जिसकी शिकायत भी पुलिस में की गई थी, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।

पार्षद पासवान ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि स्कूल परिसर और उसके आसपास की सुरक्षा को लेकर सख्त कदम उठाए जाएं। उन्होंने नशीली पदार्थों की बिक्री और असामाजिक तत्वों की गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए भी विशेष निगरानी की मांग की है।

इस पूरे मामले में नाथनगर थानाध्यक्ष राजीव रंजन सिंह ने बताया कि विद्यालय प्रशासन से लिखित शिकायत प्राप्त हो चुकी है। उन्होंने कहा कि पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। चोरों की पहचान कर जल्द से जल्द उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। इसके अलावा स्कूल के आसपास गश्त और निगरानी भी बढ़ाई जाएगी ताकि असामाजिक तत्वों पर अंकुश लगाया जा सके।

विद्यालय प्रशासन और स्थानीय लोगों की मांग है कि शिक्षा के इस मंदिर को सुरक्षित और शांतिपूर्ण बनाया जाए ताकि बच्चों की पढ़ाई बिना किसी डर और बाधा के हो सके।

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