भागलपुर: तातारपुर थाना क्षेत्र के काजीवलीचक में बीते गुरुवार देर रात हुए भीषण विस्फोट मामले में इकलौता जीवित नामजद अभियुक्त मोहम्मद आजाद ने आखिरकार सरेंडर कर दिया है. सोमवार को भागलपुर में ही आजाद ने आत्मसमर्पण किया. पुलिस लगातार उसके ठिकानों पर छापेमारी कर रही थी.मोहम्मद आजाद के बिल्डिंग में ही अवैध तरीके से बारूद का कारोबार चलाया जा रहा था, जो ब्लास्ट के बाद जमींदोज हुआ और दर्जन भर से अधिक लोगों की जानें गयीं.
काजीवली चक ब्लास्ट में पुलिस नामजद अभियुक्त आजाद की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही थी. स्थानीय लोगों और घटना से संबंध रखने वाले कुछ लोगों का भी यह मानना रहा है कि मोहम्मद आजाद बारूद के अवैध कारोबार का बड़ा प्यादा है. पुलिस भी यह कह चुकी है कि आजाद के पकड़े जाने पर बड़ा खुलासा हो सकता है. आजाद शुक्रवार रात से ही अपने घर से फरार चल रहा था.
मोहम्मद आजाद को दबोचने के लिए भागलपुर के एसएसपी बाबू राम के निर्देश पर विशेष टीम का गठन किया गया था. इस टीम ने रविवार को आजाद के कई ठिकानों पर छापेमारी की थी. आजाद का ससुराल मुजफ्फरपुर है और पुलिस की विशेष टीम ने यहां भी छापेमारी की. साथ ही कई अन्य परिजनों के यहां भी छापेमारी की गयी थी. रविवार रात भागलपुर में भी उसके तीन ठिकानों पर छापेमारी की गयी. जिसके बाद अब सोमवार को आजाद ने सुबह करीब 11 बजे कोर्ट पहुंचकर सरेंडर कर दिया. उधर पुलिस ने जख्मी नवीन को भी अरेस्ट कर लिया है और कस्टडी में लेकर इलाज करा रही है.
बता दें कि गुरुवार रात को भागलपुर के काजीवली चक में एक जोरदार ब्लास्ट हुआ और अबतक 15 लोगों की जान इसमें जा चुकी है. कई परिवार बेघर हो चुके हैं. धमाका इतना जोरदार था कि आस-पास के भी कई मकान जमींदोज हो गये. इस धमाके की जांच अब एटीएस भी कर रही है. वहीं एसआईटी की टीम अब यूपी, बंगाल और झारखंड में भी इस धमाके के कनेक्शन की जांच करेगी.