प्रत्येक वर्ष 3 मार्च को विश्व वन्य जीवन दिवस मनाया जाता है, इसे मनाने का उद्देश्य दुनियाभर में तेजी से विलुप्त हो रही वनस्पति और जीव जंतुओं की प्रजातियों की सुरक्षा के लिए लोगों में जागरूकता पैदा करना हैl इसी उपलक्ष्य पर आज विश्व वाइल्डलाइफ डे पर वन विभाग में तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इसमें सात जगह से आए प्रशिक्षक,वन्य प्रेमी व अधिकारी ने भाग लिया। मीडिया से बात करते हुए डॉ संजीत ने बताया कि इसमें मछुआरा व अधिकारियों के बीच लोगों को जागरूकता प्रेरित करने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। साथ ही उन्होंने कहा कि सुल्तानगंज से कहलगांव तक डॉल्फिन सेंचुरी मानी जाती है
जिस का संरक्षण करना अति आवश्यक हैl इसको लेकर लोगों के बीच जागरूकता पैदा करना है ताकि जो भी मछुआरे जाल लगाते हैं उसमें फंस कर डॉल्फिन की मृत्यु ना हो यह बहुत जरूरी हैl