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कटिहार-बरौनी रेलखंड पर स्थित नारायणपुर रेलवे स्टेशन सोमवार की सुबह एक दर्दनाक हादसे का गवाह बना। स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक की अप लाइन पर एक वृद्ध व्यक्ति का शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। स्थानीय लोगों की मानें तो वृद्ध संभवतः सुबह शौच के लिए रेलवे लाइन की ओर आया था, इसी दौरान वह किसी अज्ञात ट्रेन की चपेट में आ गया और मौके पर ही उसकी दर्दनाक मौत हो गई।

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घटना की सूचना मिलते ही बिहपुर रेल थाना के थानाध्यक्ष सुदामा पासवान अपनी पुलिस टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने तत्परता से कार्रवाई करते हुए शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अनुमंडलीय अस्पताल, नवगछिया भेजा। पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी होने के बाद मृतक के शव को अंतिम संस्कार के लिए उसके परिजनों को सौंप दिया गया।

मृतक की हुई पहचान

पुलिस द्वारा की गई जांच और शव की पहचान के बाद मृतक की शिनाख्त खगड़िया जिले के पसराहा थाना क्षेत्र अंतर्गत छोटी पैकांत गांव वार्ड संख्या 11 निवासी स्वर्गीय गाढ़ो शमां के पुत्र महेंद्र शर्मा (68 वर्ष) के रूप में हुई है। परिवार वालों ने बताया कि महेंद्र शर्मा धार्मिक प्रवृत्ति के व्यक्ति थे और अक्सर तीर्थ यात्रा, कीर्तन, सत्संग और अन्य धार्मिक आयोजनों में भाग लेने जाया करते थे।

परिजनों का कहना है कि महेंद्र शर्मा हाल के दिनों में भी पास के किसी गांव में सत्संग में भाग लेने गए थे और संभवतः लौटने के क्रम में यह हादसा हुआ। हालांकि यह अभी स्पष्ट नहीं हो सका है कि वे किस ट्रेन से आ रहे थे या रेलवे लाइन पार करने के दौरान हादसा हुआ।

मुखिया ने दी जानकारी

पैकांत पंचायत के मुखिया रिंकू पासवान ने भी घटना की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि महेंद्र शर्मा एक सरल और धर्मनिष्ठ व्यक्ति थे। उन्होंने अपने पीछे पत्नी और दो पुत्रों समेत भरा-पूरा परिवार छोड़ा है। मुखिया ने इस घटना को समाज के लिए एक बड़ी क्षति बताते हुए दुख प्रकट किया और कहा कि गांव के सभी लोग इस अप्रत्याशित हादसे से शोकाकुल हैं।

अंतिम संस्कार बलाहा गंगाघाट पर

पोस्टमार्टम के बाद जब शव को परिजनों को सौंपा गया, तब उनके गांव व आस-पास के रिश्तेदार और ग्रामीण बड़ी संख्या में नारायणपुर के बलाहा गंगाघाट पर अंतिम संस्कार में शामिल हुए। गंगा किनारे मंत्रोच्चारण और धार्मिक रीति-रिवाजों के साथ महेंद्र शर्मा का अंतिम संस्कार किया गया।

हादसे ने उठाए कई सवाल

इस दुर्घटना ने रेलवे सुरक्षा और ट्रेनों की गति व्यवस्था पर भी सवाल खड़े किए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि स्टेशन के आस-पास शौचालय की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण अक्सर लोग रेलवे लाइन के पास शौच के लिए जाते हैं, जिससे इस तरह के हादसे की आशंका बनी रहती है। लोगों ने रेलवे प्रशासन से मांग की है कि ऐसे क्षेत्रों में शौचालय की सुविधा बढ़ाई जाए और जागरूकता अभियान चलाया जाए ताकि लोग रेललाइन की ओर जाने से बचें।

रेल थानाध्यक्ष सुदामा पासवान ने कहा कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है, लेकिन इससे हमें सबक लेते हुए सतर्क रहने की आवश्यकता है। उन्होंने लोगों से अपील की कि रेलवे ट्रैक पार करते समय अत्यधिक सावधानी बरतें और रेलवे संपत्ति के आसपास अनावश्यक रूप से न जाएं।

समापन

महेंद्र शर्मा की इस आकस्मिक मृत्यु से न केवल उनका परिवार बल्कि पूरा गांव स्तब्ध है। समाज के लिए यह एक बड़ा नुकसान है, खासकर जब वह व्यक्ति धार्मिक और सामाजिक गतिविधियों में सदैव सक्रिय रहा हो। प्रशासन से अब यह अपेक्षा की जा रही है कि ऐसे हादसों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं ताकि भविष्य में किसी परिवार को इस तरह की पीड़ा का सामना न करना पड़े।

 

 

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