पटना। बिहार सरकार के श्रम संसाधन विभाग में बहुप्रतीक्षित बहाली प्रक्रिया का रास्ता साफ हो गया है। विभाग की ओर से विभिन्न स्तर के कुल 3348 पदों पर नियुक्ति की अनुशंसा की गई है, जिसके तहत एक बड़ी संख्या में युवाओं को रोजगार के अवसर मिलने की संभावना है। विभाग ने इस आशय की जानकारी देते हुए बताया कि संबंधित अधियाचन सामान्य प्रशासन विभाग को भेज दिया गया है।
इस प्रस्तावित बहाली में सबसे अधिक 2173 पद व्यवसाय अनुदेशकों के लिए आरक्षित किए गए हैं। इसके अलावा विभाग ने 24 विभिन्न श्रेणियों के पदों की सूची तैयार कर भेजी है। इसमें उप प्राचार्य, लिपिक, कार्यालय परिचारी, बीमा चिकित्सा पदाधिकारी, सहायक कारीगर और अन्य महत्वपूर्ण पद शामिल हैं।
कौन-कौन से पद होंगे बहाल?
श्रम संसाधन विभाग द्वारा भेजे गए प्रस्ताव के अनुसार जिन पदों पर नियुक्ति होनी है, उनमें प्रमुख रूप से निम्नलिखित शामिल हैं:
- व्यवसाय अनुदेशक – 2173 पद
- उप प्राचार्य – 126 पद
- निम्न वर्गीय लिपिक – 317 पद
- कार्यालय परिचारी – 203 पद
- बीमा चिकित्सा पदाधिकारी – 46 पद
- सहायक कारीगर – 84 पद
- श्रम परिवर्तन पदाधिकारी – 67 पद
- क्षेत्रीय कार्यालय परिचारी – 52 पद
इनके अतिरिक्त भी अन्य वर्गों के पद शामिल हैं, जिनकी कुल संख्या 24 प्रकार के पदों तक जाती है।
क्या है प्रक्रिया?
विभाग ने बताया कि कई पदों पर पहले से ही बहाली प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। कुछ मामलों में अधियाचन संबंधित चयन आयोगों जैसे बिहार कर्मचारी चयन आयोग (BSSC), बिहार तकनीकी सेवा आयोग (BTSC) अथवा बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) को भेजा जा चुका है। कुछ पदों के लिए शेष प्रक्रिया पर कार्य जारी है। जैसे ही सामान्य प्रशासन विभाग से मंजूरी मिलेगी, वैकेंसी अधिसूचना जारी कर दी जाएगी।
इस बहाली को लेकर विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि तकनीकी और गैर-तकनीकी दोनों प्रकार के पदों को शामिल किया गया है, ताकि सभी स्तर पर संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके। यह नियुक्तियां श्रम संसाधन विभाग के मुख्यालय के साथ-साथ क्षेत्रीय कार्यालयों के लिए भी की जाएंगी।
रोजगार को मिलेगा बल
विशेषज्ञों का मानना है कि यह बहाली न केवल विभाग की कार्यक्षमता को बढ़ाएगी, बल्कि राज्य में तकनीकी शिक्षा और औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (ITI) के संचालन में भी अहम भूमिका निभाएगी। व्यवसाय अनुदेशकों की बहाली से आईटीआई संस्थानों में प्रशिक्षकों की कमी दूर होगी, जिससे विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण मिल सकेगा।
बिहार सरकार के इस कदम को रोजगार सृजन की दिशा में एक सकारात्मक पहल माना जा रहा है। इससे प्रदेश के हजारों युवाओं को सरकारी नौकरी प्राप्त करने का अवसर मिलेगा। वर्तमान में बेरोजगारी की स्थिति को देखते हुए यह बहाली राज्य सरकार की बड़ी उपलब्धि साबित हो सकती है।
विभागीय सूत्रों की मानें तो…
श्रम संसाधन विभाग से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, इस बार की बहाली में पारदर्शिता और समयबद्धता को प्राथमिकता दी जाएगी। विभागीय सचिव के निर्देश पर सभी प्रक्रियाओं की निगरानी की जा रही है और यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कहीं भी अनावश्यक विलंब न हो।
निष्कर्ष
राज्य सरकार की यह पहल न केवल सरकारी महकमों की कार्यदक्षता बढ़ाने वाली है, बल्कि बिहार के युवाओं के लिए सुनहरा अवसर भी है। व्यवसाय अनुदेशक जैसे पदों की बहाली लंबे समय से लंबित थी, जिसे अब पूरा किया जा रहा है। उम्मीद की जा रही है कि अगले कुछ महीनों में बहाली प्रक्रिया को अंतिम रूप दे दिया जाएगा, जिससे हजारों परिवारों को आर्थिक संबल मिलेगा।
(नोट: इच्छुक उम्मीदवारों को संबंधित आयोग की वेबसाइट पर नजर बनाए रखने की सलाह दी जाती है, क्योंकि जैसे ही अधिसूचना जारी होगी, आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।)
अपना बिहार झारखंड पर और भी खबरें देखने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें