भागलपुर नवगछिया अनुमंडल अंतर्गत रंगरा थाना क्षेत्र के कोशकीपुर दियारा में मंगलवार की देर रात एक दर्दनाक घटना ने पूरे इलाके को दहला दिया। पशुपालन कर जीवन यापन करने वाले 64 वर्षीय मुक्ति साह की अज्ञात बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी। हत्या की यह वारदात तब हुई जब मुक्ति साह हमेशा की तरह अपने बथान (गाय-भैंस रखने की जगह) पर सो रहे थे। अज्ञात अपराधियों ने रात के सन्नाटे का फायदा उठाते हुए उन पर घात लगाकर हमला किया और कंधे के ऊपर गोली मारकर फरार हो गए।
गोली लगने के बाद मुक्ति साह बुरी तरह घायल हो गए। आवाज सुनकर आसपास के लोग बथान की ओर दौड़े और गंभीर अवस्था में उन्हें इलाज के लिए कुर्सेला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। वहां प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने स्थिति गंभीर देखते हुए उन्हें भागलपुर के मायागंज अस्पताल रेफर कर दिया, लेकिन दुर्भाग्यवश रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।
घटना की सूचना मिलते ही रंगरा थाना पुलिस और कटिहार जिले के कुर्सेला थाना की टीम घटनास्थल पर पहुंची और पूरे मामले की छानबीन शुरू कर दी है। पुलिस ने घटनास्थल से कुछ अहम सुराग जुटाए हैं और बथान के आसपास लगे लोगों से पूछताछ भी शुरू कर दी है।
मृतक के बेटे राजेश साह ने बताया कि उनके पिता प्रतिदिन की तरह मंगलवार को भी बथान पर ही सोने गए थे। देर रात अचानक गोली चलने की आवाज आई और कुछ ही देर बाद मुक्ति साह की हालत नाजुक हो गई। राजेश ने बताया कि वारदात से एक दिन पहले उनके पिता का गांव के ही एक व्यक्ति शेखर यादव से किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि इस विवाद का हत्या से कोई संबंध है या नहीं। पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है।
स्थानीय ग्रामीणों में इस घटना के बाद भय और आक्रोश दोनों का माहौल है। गांव में यह चर्चा तेज है कि मुक्ति साह का किसी से कोई बड़ा झगड़ा नहीं था, लेकिन बथान की जमीन, मवेशियों की देखभाल या अन्य किसी पारिवारिक कारण से यह हत्या हो सकती है। पुलिस ने हत्या की आशंका को पुरानी रंजिश से भी जोड़कर देखा है और फिलहाल कई बिंदुओं पर गंभीरता से जांच की जा रही है।
रंगरा थानाध्यक्ष ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह मामला आपसी रंजिश का प्रतीत होता है, लेकिन जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, किसी निष्कर्ष पर पहुँचना जल्दबाजी होगी। मृतक के परिजनों का बयान दर्ज किया जा रहा है और घटनास्थल के आसपास के क्षेत्रों में छानबीन की जा रही है। हत्या में प्रयुक्त हथियार और आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में भी लिया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है।
बता दें कि कोशकीपुर दियारा क्षेत्र अपराधियों के लिए अक्सर सुरक्षित पनाहगाह बनता रहा है। ऊंचे घास और खेत-खलिहानों के बीच बसे बथान इलाकों में अंधेरे का फायदा उठाकर अपराधी वारदात को अंजाम देते रहे हैं। प्रशासन पर लगातार ऐसे इलाकों में गश्त बढ़ाने की मांग होती रही है, लेकिन अब तक पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम नहीं हो पाए हैं।
इस घटना के बाद पुलिस प्रशासन पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। ग्रामीणों ने स्थानीय पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर रात में गश्ती की व्यवस्था होती तो शायद यह हत्या टल सकती थी।
इधर, मुक्ति साह की मौत से उनके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। उनके पुत्रों और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। गांव में शोक की लहर है और हर कोई इस निर्मम हत्या की निंदा कर रहा है। परिजनों ने प्रशासन से अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी और कड़ी सजा की मांग की है।
फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। प्रशासन ने लोगों से संयम बरतने की अपील की है और आश्वासन दिया है कि दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
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