बिहार के सुल्तानगंज गंगा घाट पर तीन दिनों से एक मगरमच्छ को देखा जा रहा है. रोजाना हजारों श्रद्धालु यहां डुबकी लगाते हैं. मगरमच्छ देखे जाने पर सबमें हड़कंप मचा रहता है.
श्रावणी मेला 2022 के समापन में अब कुछ ही दिन शेष हैं. श्रद्धालुओं का तांता अभी भी बाबाधाम देवघर की ओर उतने ही उत्साह के साथ कूच कर रहा है. वहीं सुल्तानगंज के उत्तरवाहिनी गंगा में अचानक मगरमच्छ देखे जाने से हड़कंप मचा हुआ है. इन दिनों एक मगरमच्छ लगातार यहां गंगा में घूम रहा है. रविवार को भी यहां मगरमच्छ देखा गया. लेकिन वन विभाग की टीम रविवार को भी पहुंची और घंटो भ्रमण के बाद भी मगरमच्छ नहीं मिला.
रविवार को भी मगरमच्छ दिखा
सुल्तानगंज में बने नये सीढ़ी घाट और अजगैवीनाथ मंदिर के बीच पुल के दक्षिण दिशा में पानी में रविवार को मगरमच्छ देखा गया. इसे देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ी रही. मगरमच्छ को पिछले दिनों भी देखा गया था जिससे हड़कंप मच गया था. वन विभाग की टीम जांच के लिए आइ थी और ये स्पष्ट हो पाया था कि पानी में घूम रहा ये जीव घड़ियाल नहीं बल्कि मगरमच्छ ही है. वहीं रविवार को भी खोज जारी रही. देर तक खोजे जाने के बाद भी वन विभाग की टीम को मगरमच्छ नहीं मिला. दरअसल, थोड़ी देर तक सूखे में रहने के बाद वह पानी में वापस चला गया.
वन विभाग की टीम को घंटों बाद भी नही ं मिला
मगरमच्छ देखे जाने की बात सामने आते ही सुल्तानगंज में वन विभाग के कर्मी प्रतिनियुक्त किये गये थे. मगरमच्छ दिखने की सूचना मिलते ही रेंजर भी पहुंचे. वन विभाग के कर्मियों के साथ वो वोट से जायजा लेने निकले. बताते चलें कि शनिवार को भी वन विभाग की टीम पूरे दलबल के साथ यहां भ्रमण करके गयी थी लेकिन यहां किसी को मगरमच्छ नहीं दिख सका था. रविवार को देर तक खोज के बाद भी मगरमच्छ नहीं मिल सका.
श्रद्धालुओं को सतर्क रहने की सलाह
बताते चलें कि सुल्तानगंज गंगा घाट पर रोजाना भारी तादाद में श्रद्धालु स्नान करते हैं. मगरमच्छ का यहां होना खतरे से खाली नहीं है. इसे देखते हुए मगरमच्छ को पकड़कर सुरक्षित स्थान में कहीं छोड़ने के लिए वन विभाग की टीम लगातार प्रयासरत है. घाट पर माइकिंग के जरिये श्रद्धालुओं को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है. वन विभाग के अधिकारी बताते हैं कि सुल्तानगंज गंगा डॉल्फिन क्षेत्र है.ऐसे जलीय जीव आसपास रहते हैं. मगरमच्छ पर निगरानी रखी जा रही है.