जानकारी के मुताबिक, बजरंग दल के कार्यकर्ता को इन सभी युवकों के व्यवहार से शक हुआ. फिर उनके पीछे गुप्चर लगाए गए, जिसमें पता चला कि ये युवक हिन्दू नहीं हैं. उसके बाद गंडक नदी के कदमाघाट पर उन्हें पकड़ लिया गया. सभी युवक साधु बनकर कई दिनों से हाजीपुर शहरी इलाके में भीख मांगते थे. सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और पूछताछ कर रही है.
वैशाली जिले में पुलिस ने छह संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है, जो बसहा बैल (नंदी, शिवजी की सवारी) के साथ साधु का वेश धारण करके भिक्षाटन कर रहे थे. पकड़े गए युवक मुस्लिम समुदाए के बताए जा रहे हैं. इन युवकों को हाजीपुर नगर थाना के कदमाघाट से पकड़ा गया है. पुलिस ने युवकों को बसहा के साथ नगर थाने में रखा है और पूछताछ कर रही है.
नगर थानाध्यक्ष से पूछताछ के दौरान संदिग्धों ने बताया कि जहां जहां मेला लगता है. वहां हम लोग जाते हैं और मांग कर रोजी रोटी की व्यवस्था करते हैं. हिन्दू बनकर और सावन में बसहा लेकर भीख मांगने के सवाल पर सभी खामोश हो गए. इनमें से दो संदिग्धों के आधार कार्ड मिले हैं. थानाध्यक्ष सुवोध कुमार ने कहा कि जो आधारकार्ड में पते दर्ज हैं, उनका वेरिफिकेशन किया जा रहा है.
पुलिस बताया कि गिरफ्तार संदिग्ध की पहचान 38 वर्षीय करीम अहमद, 40 वर्षीय सैयद अली, 30 वर्षीय हसन, 32 वर्षीय महबूब, 35 वर्षीय हलीम अहमद, और 30 वर्षीय सुबराती के रूप में हुई है. बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि ये सभी भीख मांगने वाले नहीं लगते बल्कि इनका मकसद संदिग्ध है.