पटना सहित राज्य के अधिकतर जिलों में बुधवार से सुबह के समय हल्का कोहरा रहेगा। इस कारण सुबह के समय दृश्यता (विजिबिलिटी) कम होगी। सोमवार की रात और मंगलवार को बारिश होने के कारण सुबह कोहरा के आसार बने हैं।
दक्षिण बिहार के मुकाबले उत्तर बिहार के जिलों में कोहरा का अधिक असर दिखेगा।
वहीं 20 अक्टूबर से न्यूनतम तापमान में गिरावट भी आएगी।
सोमवार की रात से मंगलवार तक पटना सहित राज्य के 11 जिलों में 23 जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई। पटना में कई जगहों पर तेज हवाओं के साथ ओलावृष्टि भी हुई।
मौसम विभाग के अनुसार सोमवार रात से मंगलवार तक पटना के अलावा गया, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, वैशाली, सीतामढ़ी, अरवल, नालंदा, बेगूसराय, गोपालगंज, खगड़िया में बारिश हुई।
गया के शेरघाटी में सबसे अधिक 25.2 मिमी बारिश दर्ज की गई। प. चंपारण के बेतिया में 19.2, सीतामढ़ी के पटोरी में 18.8, पूर्वी चंपारण के रक्सौल में 16, प. चंपारण के वाल्मीकि नगर में 14.6, पटना के बिहटा और सीतामढ़ी के पुपरी में 11 मिलीमीटर से कम बारिश हुई।
इस बार सामान्य से 23 प्रतिशत कम बारिश हुई
बिहार से दक्षिण-पश्चिम मानसून की मंगलवार को वापसी हो गई। मौसम विभाग के अनुसार 12 जून को राज्य में मानसून प्रवेश किया था। जो पूरे बिहार में 25 जून तक फैला। वहीं राज्य से मानसून की वापसी 9 अक्टूबर से शुरू हुई।
17 अक्टूबर को यह पूरे राज्य से विदा हो गया। मानसून के दौरान राज्य में सामान्य से 23 प्रतिशत कम बारिश हुई।
राज्य में सामान्य तौर पर 992.2 मिलीमीटर बारिश होनी चाहिए थी, लेकिन 760.5 मिलीमीटर ही बारिश हुई।
पटना के अलग-अलग जगहों पर 16.5 मिलीमीटर हुई बारिश
मौसम विभाग के अनुसार सोमवार देर रात पटना शहर और बिहटा में 16.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। बिहटा में 11 तो शहर में 5.5 मिलीमीटर बारिश हुई।
वहीं, 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चली। इसके अलावा लगभग 10 मिनट तक ओलावृष्टि हुई।
तेज हवा के कारण कई जगहों पर पेड़ उखड़ गए और बड़े-बड़े विज्ञापनों के होडिंग में लगे लोहे टूट कर गिर गए।
इसके अलावा तेज हवाओं के कारण बिजली की भी व्यवस्था कुछ घंटे तक प्रभावित रही।