राजद सांसद मनोज झा द्वारा संसद में पढ़ी गई कविता पर बयानबाजी थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार को राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने आनंद मोहन का नाम लेकर कहा कि उनको जितनी बुद्धि होगी उतना ही बोलेंगे।
वहीं उनके विधायक बेटे चेतन आनंद पर कहा कि उनको भी अधिक अक्ल नहीं है।
अपने बड़े बेटे तेजप्रताप यादव के विभाग के कार्यक्रम में शामिल हुए राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने पत्रकारों के सवाल पर कहा कि आनंद मोहन को अक्ल नहीं है।
बेटा चेतन आनंद भी अभी अक्ल में कच्चा है। उसको भी अक्ल नहीं है। लालू प्रसाद ने फिर दोहराया कि मनोज झा ने कुछ भी गलत नहीं कहा है। वह सही बातें कह रहे थे।
इससे पहले भी लालू प्रसाद ने कहा था कि मनोज झा की कविता ने किसी को ठेस नहीं पहुंचायी है।
21 सितंबर को राज्यसभा में राजद सांसद मनोज झा ने ओमप्रकाश वाल्मीकि की एक कविता ठाकुर का कुआं पढ़ी थी।
मनोज झा ने भाषण में कहा था कि हमें अपने अंदर बैठे हुए ठाकुर को मारने की जरूरत है।