बिहार के भागलपुर जिले के नाथनगर प्रखंड अंतर्गत रामपुर खुर्द पंचायत के वार्ड संख्या एक, नाई टोला के लोग भीषण जल संकट से जूझ रहे हैं। गांव में संचालित जल नल योजना की बोरिंग पिछले एक महीने से खराब पड़ी है, जिससे स्थानीय करीब 50 से अधिक परिवारों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों को रोजाना कई किलोमीटर दूर से पानी लाना पड़ रहा है, जिससे उनकी दिनचर्या और जीवनयापन पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है।
स्थानीय निवासी बताते हैं कि गर्मी के मौसम में पानी की मांग वैसे ही बढ़ जाती है और ऐसे में जब घर के पास की जलापूर्ति प्रणाली ही बंद हो जाए, तो हालात और भी गंभीर हो जाते हैं। महिलाएं और बच्चे सबसे अधिक प्रभावित हो रहे हैं क्योंकि उन्हें रोजाना बाल्टी और डिब्बा लेकर दूर-दराज के इलाकों से पानी लाना पड़ता है।
जल नल योजना के बोरिंग ऑपरेटर लड्डू सिंह ने जानकारी दी कि पिछले छह महीनों से उन्हें वेतन नहीं मिला है, जिससे उनका कामकाज प्रभावित हो रहा है। उन्होंने बताया कि जल नल योजना का डीप बोरिंग मोटर भी दो महीने से खराब है, जिसकी मरम्मत अब तक नहीं कराई गई है। ऑपरेटर के अनुसार, वे कई बार स्थानीय जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से इसकी शिकायत कर चुके हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
गांव के मुखिया गौतम पासवान ने बताया कि उन्होंने इस समस्या को लेकर नाथनगर बीडीओ को शिकायत पत्र सौंपा है। उनका कहना है कि बोरिंग मीटर में खराबी के कारण यह समस्या उत्पन्न हुई है और जल्द ही मीटर बदलवाकर जलापूर्ति बहाल कराने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने आश्वासन दिया कि ग्रामीणों को शीघ्र ही जल संकट से राहत मिलेगी।
ग्रामीणों का कहना है कि यदि शीघ्र समाधान नहीं हुआ तो वे पंचायत कार्यालय का घेराव करेंगे। वहीं, कई लोगों ने जिला प्रशासन से भी अपील की है कि इस गंभीर समस्या पर तुरंत संज्ञान लिया जाए और समाधान सुनिश्चित किया जाए।
यह स्थिति न सिर्फ सरकार की जलापूर्ति योजनाओं की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करती है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं की बदहाली को भी उजागर करती है। अगर समय रहते इस समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो आने वाले दिनों में हालात और बदतर हो सकते हैं। ग्रामीणों को उम्मीद है कि प्रशासन जल्द ही इस दिशा में आवश्यक कदम उठाएगा और उन्हें इस जल संकट से राहत दिलाएगा।