पटना। बिहार में चार वर्षों में बिजली की मांग में 30.4 फीसदी की बढ़ गई है। आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार बिजली की अनुमानित चरम मांग में काफी सुधार हुआ है, जो 2017-18 के 4965 मेगावाट से 4 वर्षों में 30.4 फीसदी से भी बढ़कर 2021-22 में 6475 मेगावाट हो गया।

राज्य में ऊर्जा की प्रति व्यक्ति खपत 2017-18 के 280 किलोवाट से बढ़कर 2021-22 में 329 किलोवाट प्रति घंटे हो गई जो चार वर्षो में 17.5 प्रतिशत की वृद्धि है।

चरम मांग की पूर्ति में इस दौरान 46.1 प्रतिशत वृद्धि हुई जो 2017-18 के 4535 मेगावाट से 2021-22 में 6627 मेगावाट हो गयी।

राज्य में बिजली की उपलब्धता क्षमता 2020-21 में 6422 मेगावाट थी जो 2021-22 में 21.2 प्रतिशत बढ़कर 7785 मेगावाट हो गयी।

बिजली की बढ़ी हुई मांग पूरी करने के लिए राज्य सरकार ने 2024-25 तक विभिन्न स्रोतों से चरणबद्ध ढंग से 5841 मेगावाट अतिरिक्त क्षमता के लिए योजना बनाई है।

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