बिहार, झारखंड के अलावा बंगाल व असम से आ रहे कांवरिया जल भरकर बाबा धाम
श्रावणी मेला की तरह भाद्र मास में भी कांवरियों का अजगैवीनाथ धाम आना जारी है। कांवरिया बस एवं ट्रेन से यहां पहुंच कर पवित्र गंगा में स्नान कर अपने साथ गंगाजल ले बाबा बैजनाथ को चढ़ाने रवाना हो रहे हैं। काफी संख्या में कांवरिया बस से या फिर ट्रेन से जल चढ़ाने जा रहे हैं।
बिहार, झारखंड के अलावा बंगाल एवं असम के कांवरिया भादो मास में भी अधिक आ रहे हैं। कांवरियों को जोखिम भरे कच्ची सीढ़ी घाट पर स्नान करना पड़ रहा है। जहां सरकारी स्तर पर कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है। भोले दानी के भक्त भोले के सहारे गंगा स्नान पर गंगाजल उठा रहे हैं। नमामि गंगे घाट पर कांवरियों को पक्की सीढ़ी पर स्नान की सुविधा उपलब्ध है। प्रशासन द्वारा सारी व्यवस्था की गई है। गंगा घाट पर मिले दुमका के कांवरिया रंजन शर्मा कहते हैं कि सभी जानते हैं कि सावन मास की तरह भाद्र मास में भी काफी संख्या में कांवरिया आते हैं। बावजूद सारी व्यवस्था समेट दिया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। बंगाल के कांवरिया सुदर्शन बम कहते हैं कि कांवरियों को सर्वाधिक परेशानी कच्ची सीढ़ी घाट पर होती है। बावजूद कांवरिया तो आएंगे ही, और बाबा दरबार भी जाएंगे। जहां प्रशासन मात्र सावन में व्यवस्था करता है वहीं भाद्र मास में प्रशासन द्वारा कोई व्यवस्था नहीं की जाती है। इससे कांवरियों को कोई फर्क नहीं पड़ता। कांवरिया भोलेनाथ के भरोसे आते हैं वहीं बेड़ा पार करते हैं।