भागलपुर में शुक्रवार को रेलवे स्टेशन के लोहिया पुल के नीचे प्लेटफार्म नंबर एक पर काफी भीड़ मौजूद थी। यहां कागज से लिपटी एक नवजात बच्ची मिली जो ठंड और भूख से बिलख रही थी। कुछ लोग बच्ची को यहां छोड़ देने वालों को कोस रहे थे।
भागलपुर रेलवे स्टेशन के लोहिया पुल के नीचे प्लेटफार्म एक पर भीड़ में मौजूद कुछ लोगों से सुनने को मिलीं। शुक्रवार को यहां कागज से लिपटी एक नवजात बच्ची मिली, जो ठंड और भूख से बिलख रही थी।
उसकी आवाज मां के आंचल की तलाश कर रही थी। लेकिन उसे यहां छोड़कर जाने वाले जन्मदाता का कोई अता-पता नहीं था। जिस किसी ने बच्ची को देखा, वो सहम उठा। वहीं रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने मौके पर पहुंच बच्ची को बरामद किया। आरपीएफ इंस्पेक्टर रणधीर कुमार के अनुसार सुबह 9 बजकर 35 मिनट पर सूचना मिली कि प्लेटफार्म संख्या एक के पास नवजात पड़ा हुआ है।
सूचना पर स्टेशन पर ड्यूटी कर रहे एएसआई पीपी पोली, एएसआई बालमुकुंद प्रसाद, एलसीटी राधा यादव और सीटी राजीव रंजन मौके पर पहुंचे और बच्ची को वहां से लेकर थाना पहुंचे। ठंड में बच्ची के शरीर पर वस्त्र तक नहीं था। पेपर पर पड़ी हुई थी। सबसे पहले बच्ची के शरीर को ऊनी वस्त्र से ढंकने के तुरंत बाद ही रेलवे अस्पताल ले जाया गया। एसीएमसी डाक्टर एस कुमार ने बच्ची की जांच की। डाक्टर की जांच के बाद उचित देखभाल के लिए उसे चाइल्ड लाइन को सौंप दिया गया है।
मासूम को परी कहकर पुकारने लगे लोग
आरपीएफ इंस्पेक्टर ने बताया कि बच्ची बहुत सुंदर है। कई लोग इसे परी-परी कहकर पुकार रहे थे। कई लोग बच्ची को अपने साथ ले जाने की मांग कर रहे थे, लेकिन कानूनी अड़चन की वजह से आरपीएफ ने बच्ची देने से इंकार करते हुए चाइल्ड लाइन में सौंप दिया।