बिहार के गोपालगंज में हुई हत्या की इस घटना का खुलासा पुलिस ने महज पांच दिनों में ही कर दिया है. पुलिस ने इस केस से जुड़े अहम सुराग भी हासिल किए हैं. हत्या की इस वारदात को 12 मई की रात अंजाम दिया गया था और मुख्य आरोपी ने पुलिस को गुमराह करने की भी भरपूर कोशिश की थी.
गोपालगंज. गोपालगंज के चर्चित राजद नेता और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के करीबी रहे राम इकबाल यादव की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है. इस केस में राम इकबाल यादव का करीबी दोस्त ही उसका कातिल निकला. एसआईटी ने मुख्य आरोपी प्रकाश यादव उर्फ अंकित यादव को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया. वारदात के पांचवें दिन ही पुलिस ने इस चर्चित हत्याकांड का खुलासा किया. गोपालगंज के एसपी आनंद कुमार ने बताया कि राजद नेता की हत्या पुरानी दुश्मनी में की गयी थी और हत्या में जो लोग शामिल हैं वो राजद नेता के करीबी थे.
पुलिस की एसआईटी ने गिरफ्तार अपराधी के पास से नाइन एमएम की दो जिंदा गोली, गोली का एक खोखा, मोबाइल फोन और आरोपी का खून से सना कपड़ा बरामद किया है. एसपी ने बताया कि हत्याकांड की जांच और कार्रवाई के लिए हथुआ एसडीपीओ नरेश कुमार के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया था. एसआईटी ने वैज्ञानिक और टेक्निकल जांच शुरू की तो उसमें कई साक्ष्य सामने आये. इनमें मुख्य आरोपी का फोन कॉल रिकॉर्डिंग, मोबाइल समेत कई महत्वपूर्ण साक्ष्य थे. इसके आधार पर मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया गया. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपी ने राजद नेता की हत्या कर दूसरे को फंसाने की साजिश रची थी.
जिस रात राजद नेता राम इकबाल यादव की हत्या हुई उस रात दोनों साथ में थे. एसआइटी की जांच में सामने आया है कि 12 मई की रात में मृतक राम इकबाल यादव लुहसी और हरखौली गांव में क्लोज रिलेशन की शादी-समारोह में शामिल होना था और हरखौली में ही रुक जाना था. उस रात गिरफ्तार आरोपी राजघाट गांव निवासी प्रकाश यादव उर्फ अंकित यादव ने फोन कर पेट दर्द होने का बहाना बनाते हुए राम इकबाल को बुलाया और डॉक्टर से दिखवाने की गुहार लगायी.
हत्या कराने के लिए बदरजीमी बुलाकर ले गया था आरोपी
राजद नेता के राजघाट में पहुंचते ही आरोपी ने बदरजीमी में नेवता होने और साथ चलने की लिए दबाव बनाया, ताकि रास्ते में हत्या करायी जा सके. बदरजीमी से लौटने के दौरान राजद नेता की बाइक का तार काट दिया गया, ताकि वो पैदल जा सके और आसानी से हत्या को अंजाम दिया जा सके. रास्ते में प्रकाश यादव उर्फ अंकित यादव के साथी पहले से मौजूद थे. राजद नेता जैसे ही सुनसान इलाके में पहुंचे, वहां से प्रकाश यादव उर्फ अंकित यादव पीछे हट गया और उसके साथियों ने ताबड़तोड़ राजद नेता पर गोलियां चलानी शुरू कर दी.
हत्या के बाद दहाड़ मारकर रोने लगा था आरोपी अंकित
हत्या के बाद प्रकाश यादव उर्फ अंकित यादव ने घर पर अपने भाई के पास कॉल किया और पूरी वारदात की जानकारी दी. आरोपी ने तुरंत घर जाकर खून से सना कुर्ता-पायजामा बदल दिया और टी-शर्ट ट्राउजर में घटनास्थल पर पहुंच गया. आरोपी ने ही पहले चिल्लाकर मृतक के परिजन और ग्रामीणों को बुलाया. ग्रामीणों के पहुंचते ही आरोपी दहाड़ मारकर रोने लगा, ताकि लोगों को अहसास न हो सके. सुबह में पुलिस जब जांच के लिए पहुंची तो आरोपी ने पुलिस टीम को जांच में सहयोग न करके गुमराह करना शुरू कर दिया. इधर, मृतक के परिजनों ने पहले से चल रहे पुरानी रंजिश के मामले में कुछ लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करा दी.