उपरोक्त बाते तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो जवाहर लाल जी ने स्नातकोत्तर भूगोल विभाग और टी एन बी महाविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित *दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार* के उद्घाटन सत्र में कही। आपने अपने वक्तव्य में कहा कि विकसित भारत बनने के लिए हमे *कृषि और पर्यटन* के प्रति जागरूकता बढ़ानी होगी। प्रत्येक महाविद्यालय और विभाग छात्रों और शिक्षकों के हित में इस प्रकार के सेमिनार और कार्यशाला का आयोजन कराए और विश्वविद्यालय उन्हें हर संभव वित्तीय सुविधा प्रदान करेगा।

आपने सेमिनार में आए अतिथियों का विश्वविद्यालय स्तर पर स्वागत किया और सेमिनार के विषयवस्तु की सराहना की।

कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में आए सुप्रसिद्ध भु- वेत्ता और पटना विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति *प्रो डॉ आर बी पी सिंह जी ने कहा कि पुरानी कहावत है कि – *No blind opposition to development, but opposition to blind development*.

आपने बताया कि विकसित समाज के लिए 3 मुख्य बिंदुओं पर्यावरण, समाज और अर्थव्यवस्था पर समुचित ध्यान देना आवश्यक है। पश्चिम की तरह हमें बस आंख मूंद कर अर्थव्यवस्था पर ही ध्यान नहीं देना है बल्कि समस्त बिन्दुओं को समेटना आवश्यक है। Innovation और invention के बीच के भेद को समझना आवश्यक है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को अपनी मौलिकता बनाए रखते हुए technical innovation को बढ़ावा देना चाहिए।

सेमिनार में सम्मानित अतिथि के रूप के उपस्थित हुए जाने माने वैज्ञानिक और भू वेत्ता *डॉ पृथ्वीश नाग* ने Sustainable development के उत्पत्ति और स्वरूप की विस्तृत चर्चा की। आपने कहा कि *अब समय आ गया है कि सभी विश्वविद्यालय, महाविद्यालय, इंडस्ट्री और NGO मिलकर सतत विकास के लिए प्रयास करे। जिससे शीघ्र ही हम सब विकसित भारत के सपने को पूर्ण कर पाए। आपने सभी से अपील की के हमे यह प्रयास करना चाहिए कि लगभग सभी यूनिवर्सिटी के PhD और प्रोजेक्ट्स में सस्टेनेबल डेवलेपमेंट के 17 गोल्स में से किसी एक गोल को ध्यान में रख कर शोध का स्वरूप तैयार करना चाहिए। अर्थात हर शोध कार्यों में SDG को अवश्य शामिल किया जाए। जिससे सबके सम्मिलित प्रयास से जल्दी ही हम अपने ध्येय को पूरा कर पाएंगे।*

सम्मानित अतिथि के रूप में आए प्रोफेसर *डॉ के एन पासवान जी ने कहा कि *हमे उपभोक्ता बड़ी संस्कृति को समाप्त करना होगा क्योंकि यह सतत विकास के लिए सबसे बड़ा खतरा है। सतत विकास के लिए हमे REUSE, RECYCLE, और ENVIRONMENT PROTECTION पर सबसे अधिक ध्यान देना होगा।*

भागलपुर विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति *डॉ के के सिंह ने विश्वविद्यालय भूगोल विभाग की सराहना करते हुए कहा कि *सेमीनार का यह विषय बहुत महत्वपूर्ण है और हम सबके मिलकर इस सतत विकास की चुनौतियों पर खुलकर बात करनी होगी जिससे अधिक मात्रा में हमलोग लाभान्वित हो पाए।*

*डॉ शिवमुनि यादव* जी ने सम्मानित अतिथि के रूप में इस सेमिनार में भाग लेते हुए कहा कि *कुटीर उद्योग और लघु उद्योग को बढ़ावा मिलने पर ही सतत विकास की और विकसित भारत की संकल्पना पूर्ण हो पाएगी। हमे पर्यावरण को दुष्प्रभावित करने वाले ग्लोबल वार्मिंग जैसे कारकों को अच्छे से समझना होगा और उनसे निबटने वाले कारकों को खोजना होगा जिससे हम विकसित भारत की संकल्पना को साकार कर पाए। आपने अपने वक्तव्य में भागलपुर से सटे हुए धरहरा गांव में होने वाले परंपरा (एक कन्या जन्म पर 10 पेड़ लगाने की प्रथा) की सराहना की और कहा इसी प्रकार के प्रत्येक व्यक्ति के प्रयास से निश्चय ही हम अपने सपने को साकार कर पाएंगे।*

सेमिनार में विश्वविद्यालय के कुलसचिव *प्रो डॉ रामाशीष पूर्वे जी ने अपनी शुभकामनाएं कार्यक्रम आयोजन समिति को देते हुए कहा कि *इस प्रकार के शैक्षणिक कार्यों के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन सदैव सहयोग प्रदान करेगा। इस प्रकार के सेमिनार और वर्कशॉप से सभी को लाभान्वित होने का अवसर मिलेगा और छात्रों के समुचित विकास के लिए इस प्रकार का आयोजन करते रहना चाहिए।*

उपरोक्त सभी बाते आज दिनांक 11 अप्रैल 2025 को तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर भूगोल विभाग और टी एन बी महाविद्यालय के भूगोल विभाग द्वारा आयोजित 2 दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में उपस्थित अतिथियों ने की।

महाविद्यालय के *NCC टीम ने गार्ड ऑफ हॉनर देकर, पूरणमल बाजोरिया टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज के band टीम और NSS के स्वयंसेवकों के साथ माननीय कुलपति महोदय का स्वागत किया।* 

कार्यक्रम का उद्घाटन माननीय कुलपति महोदय और विशिष्ट अतिथियों द्वारा सम्मिलित रूप से दीप प्रज्ज्वलित करके किया गया। जिसके बाद महाविद्यालय के सांस्कृतिक परिषद के बच्चों द्वारा कुलगीत और स्वागत गान की मनमोहक प्रस्तुति की गई।

कार्यक्रम के समन्वयक भुगोल विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ अनिरुद्ध कुमार ने अतिथियों का स्वागत किया और विषय विस्तार आयोजन सचिव डॉ प्रशांत कुमार द्वारा किया गया।

तत्पश्चात अतिथियों द्वारा Sovenir रिलीज किया गया।

*टी एन बी महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ एस एन पांडे ने अपने आशीर्वचन में आगंतुकों का स्वागत किया और बताया कि यह गौरव की बात है कि इस पल में कई पूर्व कुलपति, वर्तमान कुलपति और अनेक विद्वान लोग इस सेमिनार में उपस्थित हुए है। हम यह आयोजन करा कर गौरवान्वित हो रहे और सभी अग्रजों और अनुजो का स्वागत करते है।*

उद्घाटन सत्र में भूगोल विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ बी के शर्मा, डॉ एस एन पांडे, डॉ संजय कुमार झा, डॉ मनोज कुमार शर्मा की गरिमामई उपस्थिति रही।
सेमिनार में कॉलेज इंस्पेक्टर प्रो डॉ संजय कुमार झा,डीन डॉ सी पी सिंह, मारवाड़ी महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ एस एन राय, प्रो उमेश प्रसाद, प्रो सिद्दीकी, प्रो आर पी सी वर्मा, डॉ निरंजन प्रसाद यादव, स्नातकोत्तर गृह विज्ञान विभाग और आर इकोनॉमिक्स की विभागाध्यक्ष डॉ सुदामा यादव, डॉ के के मंडल, डॉ मुश्फिक आलम, डॉ नीलेश कुमार, डॉ जग़धर मंडल, डॉ कुमार कार्तिक, डॉ राजीव कुमार सिंह, डॉ जनक कुमारी श्रीवास्तव, डॉ एम एस खालिक, डॉ अरविंद कुमार, डॉ नवनीत कुमार, डॉ अंशु कुमार, डॉ अंशुमान सुमन, डॉ पुष्प कुमार राय, डॉ नीतू कुमारी, डॉ प्रज्ञा राय, डॉ राहुल कुमार, डॉ सुमन कुमार, डॉ स्वेता पाठक, डॉ शीभाशीष हालदार, डॉ शिवानी, डॉ अजीत कुमार, डॉ अजीत कुमार दुबे, डॉ अमिताभ चक्रवर्ती, डॉ अभिषेक आनंद, डॉ गरिमा त्रिपाठी, डॉ रामसेवक सिंह, डॉ रवि शंकर चौधरी, डॉ राकेश चंदेल, डॉ हलीम अख्तर, भूगोल विभाग से डॉ गौरव, डॉ मुकुल, डॉ विमल, डॉ राधा, डॉ प्रियंका, डॉ करुणा, डॉ प्रवीण, डॉ शशांक आदि सभी उपस्थित थे।

उद्घाटन सत्र के बाद सेमिनार में ऑफलाइन और ऑनलाइन माध्यम से शोध पत्रों को अलग अलग टेक्निकल सेशन में पढ़ा गया।

शेष शोध पत्र और पैनल डिस्कशन कल दिनांक 12 अप्रैल 2025 को भूगोल विभाग में आयोजित किया जाएगा।
मंच संचालन डॉ राधा कुमारी और डॉ चंदन कुमार ने किया और धन्यवाद ज्ञापन डॉ जैनेन्द कुमार ने किया।

अंतर्राष्ट्रीय सिमिलर के टेक्निकल सेशन 1 ,2और 3 का आयोजन विश्वविद्यालय भूगोल विभाग में किया गया। टेक्निकल सेशन 1 के चेयरपर्सन प्रो. एसएन पांडेय, को-चेयरपर्सन डॉ मुश्फिक आलम, टी एन बी कॉलेज भागलपुर तथा रिपोर्टियर के रूप में मि.राकेश कुमार, मुरारका कॉलेज शामिल हुए। इस सेशन में कूल 10 पेपर प्रस्तुत किए जाने थे जिसमें 7 पेपर प्रस्तुत किया गया।  वही टेक्निकल सेशन 2 का आयोजन किया गया जिसके चेयरपर्सन डॉ.जैनेंद्र कुमार, विभागाध्यक्ष, विभाग, टीएनबी कॉलेज तथा को-चेयरपर्सन डॉ अजीत कुमार, राजनीति विज्ञान, टीएनबी कॉलेज तथा रिपोर्टियर के रूप में डॉ.एस खालिक, उर्दू विभाग, टीएनबी कॉलेज भागलपुर ने भूमिका निभाई। इस सेशन में भी पांच पेपर प्रस्तुत किया गया। टेक्निकल सेशन 3 में चेयरपर्सन के रूप में राकेश कुमार, विभागाध्यक्ष, भूगोल विभाग मुरारका कॉलेज, को-चेयर पर्सन के रूप में डॉ. रवि शंकर कुमार चौधरी, असिस्टेंट प्रोफेसर, टीएनबी कॉलेज तथा रिपोर्टियर के रूप में अजीत कुमार, असिस्टेंट प्रोफेसर, टीएनबी कॉलेज भागलपुर शामिल हुए तथा इस सेशन में कुल 8 प्रतिभागियों ने अपना पेपर प्रस्तुत किया।

टी एन बी कॉलेज, भागलपुर के एन सी सी आॉफीसर लेफ्टिनेंट डॉ. देवाशीष के कुशल नेतृत्व में NCC Cadets ने कुलपति महोदय को शानदार तरीके से ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया।

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