बिहार में विधानसभा चुनावों की घोषणा से पहले पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पूर्वी चंपारण जिले के मेहसी थाना क्षेत्र में एक बस की तलाशी के दौरान पुलिस ने स्वचालित कार्बाइन सहित हथियारों का जखीरा बरामद किया है। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है और सुरक्षा एजेंसियों को भी सतर्क कर दिया है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, मेहसी थाना की टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि एक संदिग्ध व्यक्ति हथियार लेकर बस से यात्रा कर रहा है। इसी सूचना के आधार पर राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या 27 पर स्थित मेहसी ओवरब्रिज के पास पुलिस ने एक यात्री बस को रोका और उसकी तलाशी शुरू की। तलाशी के दौरान बस में सवार एक व्यक्ति की हरकतें संदिग्ध लगीं, जिसके बाद उसकी विशेष जांच की गई।
जांच के क्रम में पुलिस को उस व्यक्ति के बैग से एक **स्वचालित कार्बाइन**, दो **मैगजीन** और कई **कारतूस** बरामद हुए। इसके तुरंत बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए युवक की पहचान **रेज अहमद किट्टू उर्फ संजर अली** के रूप में हुई है। पुलिस के मुताबिक संजर अली मूल रूप से **बेगूसराय जिले के नागदाहा थाना क्षेत्र के सिघौल गांव** का रहने वाला है, लेकिन वर्तमान में वह **समस्तीपुर जिले के ताजपुर थाना क्षेत्र** में निवास कर रहा है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह व्यक्ति उक्त हथियार लेकर **मोतिहारी** की ओर जा रहा था। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि इन हथियारों का इस्तेमाल आगामी विधानसभा चुनाव के दौरान किसी हिंसात्मक गतिविधि में किया जाना था।
**चकिया के पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) संतोष कुमार** ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि आरोपी से पूछताछ की जा रही है और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि उसके पीछे कौन लोग हैं और इन हथियारों की आपूर्ति किस मकसद से की जा रही थी।
पुलिस को इस बात की भी जानकारी मिली है कि यह कोई सामान्य हथियार नहीं, बल्कि कार्बाइन जैसा अत्याधुनिक हथियार है, जिसे विशेष अभियानों में प्रयोग किया जाता है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि इस प्रकार के हथियार का चुनावी माहौल में उपयोग किसी बड़ी साजिश का हिस्सा हो सकता है।
फिलहाल, पुलिस ने बरामद हथियार को जब्त कर लिया है और आरोपी को कड़ी सुरक्षा के बीच हिरासत में रखा गया है। उस पर आर्म्स एक्ट के तहत गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है। इसके अलावा पुलिस यह भी जांच कर रही है कि इस व्यक्ति के तार किन-किन अपराधी गिरोहों या उग्रवादी संगठनों से जुड़े हो सकते हैं।
पूर्वी चंपारण पुलिस इस पूरे मामले को लेकर काफी गंभीर नजर आ रही है। डीएसपी स्तर के अधिकारी लगातार पूछताछ और जांच में जुटे हुए हैं।
इस घटना के बाद पुलिस मुख्यालय से सभी जिलों के पुलिस कप्तानों को सतर्क कर दिया गया है और अंतरराज्यीय बसों, ट्रेनों तथा संदिग्ध व्यक्तियों की जांच और निगरानी बढ़ा दी गई है।
विधानसभा चुनावों की आहट के बीच हथियारों की ऐसी बरामदगी न केवल प्रशासनिक सतर्कता को दर्शाती है, बल्कि यह भी संकेत देती है कि राज्य में असामाजिक तत्व चुनावी माहौल को अशांत करने की कोशिश कर सकते हैं।
बिहार पुलिस के इस अभियान से एक बड़ी साजिश का पर्दाफाश होने की उम्मीद है। वहीं, आम जनता ने भी पुलिस की तत्परता की सराहना की है और मांग की है कि ऐसे मामलों में दोषियों को सख्त सजा दी जाए, ताकि चुनाव शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से संपन्न हो सके।
फिलहाल इस मामले की जांच गहराई से की जा रही है और पुलिस को उम्मीद है कि संजर अली की गिरफ्तारी से कई और खुलासे होंगे। प्रशासन ने जनता से भी अपील की है कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत नजदीकी थाने को दें।
यह घटना एक बार फिर से यह साबित करती है कि बिहार में चुनावी माहौल में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन को पूरी तरह मुस्तैद रहना होगा।
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