बांका जिले के बौंसी प्रखंड में स्थित मंदार हिल स्टेशन का कायाकल्प होगा। इस स्टेशन को अमृत भारत योजना के लिए दूसरे फेज में शामिल किया जाएगा। इसका प्रस्ताव मुख्यालय के माध्यम से भेजा जाएगा। इसके पूर्व मंदार की ऐतिहासिक महत्ता को देखते हुए इसके जीर्णोद्धार के लिए एक विशेष प्लान तैयार किया गया है। इसका प्रस्ताव ईस्टर्न रेलवे को भेजा जाएगा। वहां से स्वीकृति मिलते ही काम शुरू कर दिया जाएगा।
इसके तहत स्टेशन पर यात्रियों को मूलभूत सुविधाएं तत्काल मिलेंगी। इससे मंदार दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को लाभ मिलेगा। यह बातें डीआरएम विकास चौबे ने बुधवार को हंसडीहा-भागलपुर सेक्शन का निरीक्षण करने के बाद कही।
डीआरएम निरीक्षण के क्रम में नौनीहाट स्टेशन पहुंचे। वहां सैलून से उतरने के बाद ट्रैक पर पैदल ही काफी दूर तक गए। एक जगह ट्रैक में कुछ गड़बड़ी देख, उनके पांव ठिठक गए। उन्होंने तत्काल संबंधित पदाधिकारी को तलब किया। उनसे जब गड़बड़ी को ठीक करने को कहा तो पदाधिकारी के उत्तर से वे संतुष्ट नहीं हुए।
इसके बाद उन्होंने पदाधिकारी से कहा कि क्या यदि आपको पता होगा कि ट्रैक पर जाने के बाद खतरा है तो अपने परिवार को यात्रा कराएंगे या नहीं।
इस पर कर्मी ने यात्रा नहीं कराने की बात कही।
तब डीआरएम ने कहा कि इसी तरह यात्रियों की सुरक्षा उनकी जिम्मेदारी है।
इसके बाद वहां डीआरएम ने खुद ट्रैक के मानकों को अपने हाथों से देखा।
बाथरूम में लगा था ताला
मंदार हिल स्टेशन पर डीआरएम करीब एक घंटे से ज्यादा रूके। वहां के बाथरूम की बुरी हालत थी। साथ ही एक बाथरूम में ताला लगा देखकर संबंधित पदाधिकारी को तलब किया।
उन्हें जानकारी मिली कि एक कर्मी ने उसमें ताला लगा दिया है, ताकि ड्यूटी के दौरान उन्हें साफ बाथरूम मिले। इस पर डीआरएम बिफर गए। उन्होंने पदाधिकारी से तत्काल ताला खुलवाने के लिए कहा।
साथ ही सख्ती से कहा कि यदि कहीं भी इस तरह की शिकायत मिली तो संबंधित व्यक्ति को कार्रवाई के दायरे में लाया जाएगा।