बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने दूसरे चरण की शिक्षक नियुक्ति परीक्षा के ओएमआर में बदलाव किया है।

इस बार अभ्यर्थियों को रौल नंबर को अंक में लिखने का विकल्प नहीं मिलेगा। इसके साथ विषय को लिखने के लिए भी अलग से कॉलम नहीं रहेगा। बल्कि ओएमआर पर रौल नंबर और विषय के लिए सिर्फ गोलाकार को भरना होगा।

जिन अभ्यर्थी का जो रौल नंबर होगा, उसके अंक के सामने वो सिर्फ गोला को भरेंगे। इसकी जानकारी बीपीएससी अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने एक्स पर गुरुवार को दी है।

बता दें कि प्रथम चरण की शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में रौल नंबर और विषय को लिखने में हजारों की संख्या में अभ्यर्थियों ने गलती की थी।

इसके बाद वे उसे सही करने के लिए बीपीएससी कार्यालय का चक्कर लगाते रहे। बाद में बीपीएससी ने सुधार का मौका दिया था। लेकिन, इस बार अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने स्पष्ट कर दिया है कि गलत भरने वाले अभ्यर्थियों को सुधार का मौका नहीं दिया जाएगा। इस कारण ओएमआर को सावधानीपूर्वक भरें।

गलत भरने पर कंप्यूटर कर देगा रद्द

बीपीएससी अध्यक्ष के अनुसार अगर कोई अभ्यर्थी अपना रौल नंबर या विषय गलत भरेंगे तो ऐसे ओएमआर को कंप्यूटर अपने आप रद्द कर देगा। क्योंकि ओएमआर की जांच कंप्यूटर के माध्यम से की जाती है। ऐसे में गलत रौल नंबर और विषय का मिलान नहीं हो पाएगा और ऐसे ओएमआर रद्द हो जाएंगे। फिर दुबारा सत्यापन का मौका नहीं मिल पाएगा।

25 तक करें आवेदन

शिक्षक नियुक्ति परीक्षा के लिए 25 नवंबर तक ऑनलाइन आवेदन भरे जाएंगे। परीक्षा सात से 10 दिसंबर के बीच ली जाएगी।

छेड़छाड़ पर रद्द होगा

अध्यक्ष के मुताबिक, ओएमआर पर पहले से प्रश्न पत्र संख्या प्रिंटेड रहेगी। ऐसे में उस संख्या के साथ अगर अभ्यर्थी किसी तरह का छेड़छाड़ करेंगे तो उनके ओएमआर को रद्द किया जा सकता है।

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