पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि अफसर ही शिक्षा विभाग की पोल खोल रहे हैं।
फर्जी छात्रों के नाम पर योजना की राशि की बंदरबांट होने पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
उन्होंने गुरुवार को जारी बयान में कहा कि राज्य के 70 हजार सरकारी स्कूलों में पहली कक्षा से 12वीं तक के करीब 20 लाख फर्जी छात्रों के नाम काटे गए।
प्रशासन की मिलीभगत से फर्जी छात्रों के नाम पर साइकिल-पोशाक, मिड-डे मील और छात्रवृत्ति जैसी योजनाओं की करोड़ों की राशि की बंदरबांट का काम वर्षों से जारी है।
उन्होंने आरोप लगाया कि इसके लिए जदयू के मंत्री जिम्मेवार हैं।
पिछले 17 वर्षों से यह विभाग जदयू के पास है। अब तक इन सबके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।