देश में त्योहारी मौसम शुरू हो गया है।ऐसे में इसका सबसे अधिक किसी चीज़ पर पड़ा है तो वो ये हैं रेल यात्रा। लगातार स्पेशल ट्रेनों के परिचालन से रेल की पटरियों पर भार बढ़ा है। ऐसे में रेल पटरियों की निगरानी बढ़ा दी गई है। रेलवे बोर्ड ने हर जोन को इस बाबत निर्देशित किया है कि संरक्षा रेलवे की पहली प्राथमिकता है, ऐसे में जिम्मेदार अफसर और कर्मी रेलवे पटरियों और रेल उपकरणों की सतत निगरानी सुनिश्चित करें।

दरअसल, पिछले कुछ दिनों से लगातार रेल हादसे देखने को मिल रहे हैं। ऐसे में रेल हादसों के बाद से रेलवे ने अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। रेलवे बोर्ड ने पूर्व मध्य रेल सहित सभी जोनों को कहा है कि संरक्षा की हर पहलू का ध्यान रखते हुए समयबद्धता का पालन हो। संरक्षा में कोताही किसी स्तर पर किसी हाल में मंजूर नहीं है। जाड़े के समय में कोहरे के दौरान पटरियों की विशेष रात्रिकालीन निरीक्षण पर भी जोर है।

वहीं, रेल ट्रैक, वैल्डों के अनुरक्षण मानकों को बेहतर बनाने और रेल पटरियों के निकट स्क्रैप को हटाने के लिए जोन में किए गए कार्यों की समीक्षा की गई। पटरियों की निगरानी में लगे कर्मियों के हितों का भी ध्यान रखने को अफसरों को कहा गया है। उन्हें मानक के तहत संसाधन उपलब्ध कराने का उच्चस्तरीय निर्देश दिया गया है।

इधर, पूर्व मध्य रेलवे द्वारा वंदे भारत स्पेशल और राजधानी स्पेशल जैसी ट्रेनों की घोषणा के बाद से ही डीडीयू-पटना रेलखंड सहित अन्य रेलखंडों पर निगरानी व्यवस्था बढ़ाने पर काम शुरू हो गया है। जोन से लेकर रेल मंडल तक आने वाले सर्द मौसम में कोहरे के मद्देनजर रेल पटरियों की दरारों पर ध्यान केन्द्रित करने पर चर्चा की गयी।

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