Kashmir Files Ban: सिंगापुर सरकार ने एक विज्ञप्ति ने कहा, “इस फिल्म को उत्तेजक और मुस्लिमों के एक-तरफा चित्रण के लिए साथ ही कश्मीर के संकट में हिंदुओं के सताए जाने के एक तरफा चित्रण के लिए सर्टिफिकेशन देने से मना किया जाएगा.
सिंगापुर : कश्मीर घाटी से 1990 के दशक में हिंदुओं को निकाले जाने पर बनी एक विवादित फिल्म कश्मीर फाइल्स पर सिंगापुर ने बैन लगा दिया. सिंगापुर ने इसके “अलग-अलग समुदायों के बीच दुश्मनी पैदा कराने की संभावना पर चिंता जताई”. इस फिल्म को सिंगापुर के फिल्म सर्टिफिकेशन गाइडलाइन के अनुसार नहीं पाया गया. समाचार एजेंसी पीटीआई ने बताया है कि सिंगापुर फिल्म सर्टिफिकेशन ने अपनी गाइडलाइन से “परे” इसका मूल्यांकन किया है.
सिंगापुर सरकार ने एक विज्ञप्ति ने कहा, “इस फिल्म को उत्तेजक और मुस्लिमों के एक-तरफा चित्रण के लिए साथ ही कश्मीर के संकट में हिंदुओं के सताए जाने के एक तरफा चित्रण के लिए सर्टिफिकेशन देने से मना किया जाएगा.
स्टेटमेंट में कहा गया कि, “ऐसे चित्रण से अलग-अलग समुदायों में दुश्मनी होने की संभावना है, साथ ही इससे हमारे बहु-नस्लीय और बहु-धार्मिक समाज में सामाजिक एकता और धार्मिक सौहार्द को खराब हो सकता है. सिंगापुर ने कहा कि हमारी फिल्म सर्टिफिकेशन गाइडलाइन के अनुसार, कोई भी सामग्री जो सिंगापुर में नस्लीय और धार्मिक समुदायों को बदनाम करने वाला हो, उसे सर्टिफिकेशन नहीं दिया जाएगा.”
11 मार्च को रिलीज़ हुई फिल्म कश्मीर फाइल्स को विवेक अग्निहोत्री ने डायरेक्ट किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कश्मीर फाइल्स की तारीफ की थी. नरेंद्र मोदी और कई भाजपा नेता भी कश्मीर फाइल्स की तारीफ कर चुके हैं. साथ ही यह भारत में बॉक्स ऑफिस पर हिट हुई थी. लेकिन आलोचकों का कहना है कि यह एंटी-मुस्लिम भावनाओं पर खेलती है और इसे तथ्य भी पूरी तरह से प्रामाणिक नहीं हैं.
कांग्रेस के सांसद शशि थरूर ने सिंगापुर सरकार का बयान साझा किया है. यह बयान न्यूज़ एशिया चैनल को दिया गया है, और लिखा है- “भारत सरकार की तरफ से प्रमोट की गई फिल्म, कश्मीर फाइल्स को सिंगापुर ने बैन किया.”
इसे विवेक अग्निहोत्री ने लिखा है, और इसमें अनुपम खेर, मिथुन चक्रवर्ती और पल्लवी जोशी ने इसमें लीड रोल निभाया है. एक हाल ही के प्रेस कॉन्फ्रेंस में, विवेक अग्निहोत्री ने आरोप लगाया है कि उनके खिलाफ और उनकी फिल्म के खिलाफ विदेशी मीडिया में “अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक कैंपेन” चलाया जा रहा है. उन्होंने दावा किया कि यही कारण था कि फॉरेन कॉरेस्पॉन्डेंट क्लब और प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस को रद्द कर दिया गया.