तेजस्वी यादव ने बिहार के उपमुख्यमंत्री पद की कमान संभाल ली है। चुनाव के समय किए गए नौकरी के वायदे को लेकर तेजस्वी यादव पर सवालों का बौछार हो रहा है। इन सबके बीच बीते दिन स्वतंत्रा दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऐलान किया कि बिहार में 10 लाख से अधिक रोजगार देंगे। मुख्यमंत्री के ऐलान के बाद बिहार सामान्य प्रशासन विभाग बहाली को लेकर एक्शन मोड में नजर आ रहा है।
बता दें कि सीएम नीतीश के नौकरी दिए जाने के ऐलान के तुरंत बाहर सामान प्रशासन विभाग ने राज्य के तमाम विभागों से खाली पदों की लिस्ट मांगी है। खबर है कि इसी साल के आखिर तक सरकार चार लाख लोगों को नई नौकरियां देने की योजना तैयार कर रही है। सूत्रों के मुताबिक साल के आखिर तक जो चार लाख नियुक्ति निकलेगी। उनमें सबसे ज्यादा स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग में होगी।
इसके अलावा राज्य के अलग-अलग सरकारी विभागों में रिक्त पदों को भरने के लिए आवेदन निकलेंगे। जिसके तहत बिहार लोक सेवा आयोग, बिहार तकनीकी सेवा आयोग और बिहार कर्मचारी चयन आयोग शामिल है। इन तीनों आयोगों के द्वारा बिहार में हजारों से ज्यादा खाली पदों को भरा जाएगा।
मालूम हो कि बिहार विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान तेजस्वी यादव ने यह घोषणा किया था कि हमारी सरकार आते ही दस लाख लोगों को रोजगार देंगे। राज्य का बेरोजगारी दर 46 प्रतिशत से अधिक है। बेरोजगारी के चलते बड़ी संख्या में लोग राज्य से पलायन करते हैं। रोजगार लोगों को अपने साथ जोड़ने के लिए तेजस्वी यादव ने एक वेबसाइट जारी किया था, इसके बाद उन्होंने जानकारी दी कि उन्हें 22.58 लाख से अधिक बेरोजगार युवा अप्लाई कर चुके हैं।