गोपालपुर के जदयू विधायक नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल ने अपनी छवि बाहुबली नेता के तौर पर स्थापित की है। उनके लोग विवादित भूखंडों और मकानों पर नजर बनाए रहते हैं। फिर जमीन पर कब्जे की जंग में कहीं भी बंदूक लेकर पहुंच जाते हैं।
भागलपुर । बाहुबल दिखाने में जरा भी गुरेज नहीं करने वाले गोपालपुर के जदयू विधायक नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल जमीन पर कब्जे की जंग में कहीं भी बंदूक लेकर पहुंच जाते हैं। उनके लोग भी विवादित भूखंडों और मकानों पर नजर बनाए रहते हैं। ऐसी सूचना देने वाले उनके लोग जैसे ही सूचना देते उक्त भूखंड या मकान के पक्ष-विपक्ष में खड़े लोगों की कुंडली चंद घंटे में विधायक के सामने हुआ करती है। यह सब अपने तगड़े सिंडिकेट के बूते विधायक आसानी से कर लेते। पहले दोनों पक्षों में एक को भविष्य का वास्ता दे उससे औने-पौने दाम में जमीन का एग्रीमेंट करा लेते। एग्रीमेंट अपने नाम जल्द कराने से विधायक परहेज करते रहे हैं, इसलिए अधिकांश मामले में विवादों से घिर जाने पर वह झट से पल्ला झाड़ लेते का प्रयास करने लगते।
किसी से एग्रीमेंट कराने के के बाद विपक्षी को अपने लाव-लश्कर से प्लाट पर इस कदर प्रदर्शन कर भयभीत कर देते कि या तो वह प्लाट छोड़ कर भाग जाता या विधायक से मजबूरी में समझौता कर लेता। बांका जिले के बौंसी में बीते साल विधायक गोपाल मंडल 20 एकड़ जमीन पर दबंगई दिखाने पहुंच गए थे। दो-चार बंदूक लेकर गए थे, वहां पहली बार उन्हें स्थानीय लोगों की भारी हुजूम का सामना करना पड़ गया। लोगों ने विधायक को घेर कर बंधक बना लिया था। जब विधायक को स्थानीय लोगों ने घेर कर बंधक बना लिया था। तब खूब हंगामा हुआ था। लोगों से घिरा देख विधायक के सुर बदल गए थे। तब किसी तरह उनकी जान बची थी। वहां से निकलते ही फिर विधायक तैश में आकर कहा था कि मैं चाहता तो वहां फैसला कर लौटता लेकिन उनकी मंशा गलत नहीं थी।
जदयू विधायक गोपाल मंडल के कारनामें
1. कभी अपने विधानसभा क्षेत्र के मरीज का जवाहर लाल नेहरू अस्पताल में उपचार में कथित लापरवाही होता देख डाक्टर को ही एके-47 से भून देने की दे डाली थी धमकी।
2. विद्युत विभाग के गेस्ट हाउस पर वर्षों दबंगई में कर रखा था कब्जा, वहां से हटे तो हाउसिंग बोर्ड कालोनी में भी वर्षों तक जमाए रखा था कब्जा, हुआ था काफी विवाद।
3. विक्रमशिला पुल पर विवाद बाद डीएसपी को गंगा में फेंक देने धमकी दे विवादों के केंद्र में काफी समय तक बने रहे थे।
4. बीते साल तिलकामांझी थाने से चंद कदम की दूरी पर बेशकीमती भूखंड और मकान पर कब्जे करने खुद हरवे-हथियार संग पहुंच जयप्रकाश यादव, प्रशांत कुमार को मौके से खदेड़ भगाया था। तब घटना को लेकर तत्कालीन एसएसपी ने लिया था संज्ञान।
5. भाजपा-जदयू गठबंधन सरकार में उपमुख्यमंत्री रहे तारकिशोर प्रसाद पर पैसे वसूली करने जैसे आरोप लगा हंगामा खड़ा कर दिया था। जब घिरने लगे तो झट से होशियारी दिखाते हुए बयान पर पलटते हुए उन्हें कह दिया था ‘I Love You
6. रंगरा भवानीपुर इलाके के वृद्ध् फत्ते पंडित के साथ मारपीट, गाली-गलौज करने और धमकाने का आरोप भी सामने आया था तब फत्ते पंडित ने केस दर्ज कराया था।
7. राजकीय पालीटेक्निक कालेज, बरारी के नीमतला मैदान में क्रिकेट खेलने वाले बरारी के लडकों को बाडीगार्ड की मदद से पकड़ कर पिटाई करने और खेल बंद कराने पर बरारी के पश्चिम टोला के लोग विधायक से सामना करने पहुंच गए थे। बाद में समझौता से बात बनी थी।
8. बरारी श्मशान घाट रोड, शीतला स्थान में जमीन पर कब्जा करने पहुंचे विधायक ने स्थानीय लोगों से विवाद खड़ा कर लिया था।
9. बरारी के धनंजय यादव की जमीन पर कब्जे के लिए नापी कराने पहुंचे विधायक और धनंजय यादव के परिवार में तनातनी हो गई थी। मामले में बरारी थाने में विधायक समर्थक की तरफ से केस दर्ज कराया गया था। बाद में दोनों पक्ष में समझौता हो गया था।
10. बरारी, लंच घाट पर आटो-टमटम वालों के जाम लगाने पर आक्रोशित गोपाल मंडल ने बेबले स्काट रिवाल्वर से गोली फायर कर सबको चौंका दिया था।
11. हटिया रोड, तिलकामांझी में दुकान पर कब्जा दिलाने, दवा पट्टी में अपने गुरु को मकान विवाद में मदद करने बंदूक लेकर पहुंचे विधायक ने कुछ साल पूर्व हंगामा खड़ा कर दिया था।
12. नाथनगर मुफस्सिल क्षेत्र में कई एकड़ जमीन पर कब्जे की जंग में गोलीबारी का आरोप भी विधायक पर लग चुका है। विधायक अपने बिगड़े बोल के कारण कभी अपने नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कोप का भी शिकार होना पड़ा तो नेता से मिलकर मंत्री पद मांगने पहुंच गए। मंत्री पद तो उन्हें नहीं मिला लेकिन सचेतक बन लौटे विधायक ने कई विवादित बयान दे राजनीतिक सरगर्मी ला दी थी।
13. पटना से दिल्ली जाने के क्रम में ट्रेन में अंडर पैंट में बाथरूम जाने पर विधायक का हंगामा फिर केस दर्ज होने की घटना खूब चर्चा में रही थी।
14. शादी-विवाह या अन्य कार्यक्रमों में अपने खास डांस को लेकर भी विधायक गोपाल मंडल विवादों में रहें लेकिन जब भी विवाद बढ़ने के बाद घिर जाने पर बड़ी होशियारी से गोपाल मंडल नरम हो अपने पक्ष में माहौल बना लेते हैं।
होटल परिसर में हुई गोलीबारी में और भी सामने आएंगे चेहरे
विधायक गोपाल मंडल के पुत्र के बिग डैडी होटल में हुई गोलीबारी प्रकरण में कई चेहरे चंद दिनों में और भी सामने आ जाएंगे जो चारदीवारी निर्माण को लेकर एक-दूसरे को देख लेने की धमकी दे रखी थी। पुलिस की तकनीकी सेल मौका-ए-वारदात पर मौजूद लोगों की उपस्थिति की तकनीकी जांच कर रही है। जिससे बहुत जल्द उन चेहरों की घटना में संलिप्तता उजागर हो जाएगी और केस के अप्राथमिकी आरोपितों की सूची में उनका भी नाम जुड़ जाएगा। पुलिस खगड़िया, डंडा बाजार, छोटी परबत्ता, लैलख, अलालपुर, हवाई अड्डा से सटे सच्चितानंद नगर आदि इलाके से पहुंचे लोगों के विरुद्ध तकनीकी जांच में साक्ष्य इकट्ठा कर रही है।
खुद केस में नामजद और पुलिस पर विधायक उठा रहे सवाल
नवगछिया के भवानीपुर में मंगलवार को हुई बैसी पंचायत के मुखिया के देवर निकेश यादव की हत्या को पुलिस की विफलता बताते हुए जदयू विधायक नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल ने नवगछिया पुलिस पर सवाल उठाया है। विधायक ने पुलिस पदाधिकारियों पर कनीय पदाधिकारियों से उगाही का आरोप लगाया। हालांकि विधायक गोपाल मंडल भागलपुर के बरारी में भूमि विवाद को लेकर हुई गोलीबारी में खुद नामजद हैं। पुलिस उन्हें तलाश कर रही है।