राज्य में सातवें चरण के तहत शिक्षक नियोजन प्रक्रिया जल्द शुरू होनेवाली है। इसकी प्रतीक्षा कर रहे अभ्यर्थियों के लिए यह अच्छी खबर है। शिक्षा विभाग ने एक लाख 65 हजार से ज्यादा पदों पर नियोजन प्रक्रिया एक माह के अंदर प्रारंभ कराने के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है। नई बात यह कि विभाग इस साल के 31 मार्च तक सेवानिवृत हुए शिक्षकों के खाली पदों की भी गणना कराकर उस पर नियुक्ति करने का फैसला लिया है। इसकी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। जाहिर है, रिक्तियों में कुछ और वृद्धि होगी। आकलन है कि प्रारंभिक शिक्षकों के खाली पदों की संख्या एक लाख 65 हजार से ज्यादा हो सकती है।
जुलाई के अंत प्रारंभिक शिक्षकों के खाली पदों पर नियुक्ति हेतु शिड्यूल जारी करने की तैयारी है। इसी तरह अगस्त के पहले हफ्ते में माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षकों के तकरीबन चालीस हजार पदों पर नियोजन प्रक्रिया संबंधी शिड्यूल जारी होगा। इसका ध्यान रखते हुए प्राथमिक शिक्षा निदेशालय की ओर से बुधवार को 31 मार्च (2022) तक सभी 38 जिलों को रिक्तियों की अंतिम सूची तत्काल उपलब्ध कराने को कहा गया है। प्राथमिक निदेशक रवि प्रकाश द्वारा रोस्टर क्लियरेंस के बाद उपलब्ध रिक्तियों की सूची जिला शिक्षा अधिकारियों से मांगी गई है, ताकि शिक्षकों के खाली पदों की अंतिम गणना पूरी हो सके। इससे पहले माध्यमिक शिक्षा निदेशक मनोज कुमार की ओर से शिक्षकों की रिक्तियों की सूची सभी जिलों में मागी गई थी। विभाग के स्तर से यह आकलन किया जा चुका है कि 72 हजार प्रारंभिक विद्यालयों में एक लाख 25 हजार पद खाली हैं। इसके अतिरिक्त राज्य के सभी 9,360 माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों के 40 हजार पद खाली हैं।