मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि हम 10 लाख नौकरी और 10 लाख रोजगार देने के अपने वादे को पूरा करने की दिशा में तेजी से बढ़ रहे हैं। आज 1.20 लाख नौकरी दे रहे हैं।
इसके पहले 50 हजार हेडमास्टर और 51 हजार सिपाही व पुलिस पदाधिकारी के पदों पर बहाली की जा चुकी है।
अगले डेढ़ साल में 10 लाख नौकरी देने का वायदा पूरा कर देना चाहते हैं।
मुख्यमंत्री गुरुवार को गांधी मैदान में नवचयनित शिक्षकों के नियुक्ति पत्र वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि लाखों नौकरियों के बाद 5 लाख रोजगार भी दे चुके हैं। ऐसा देश में कही नहीं हुआ है। हम लोगों ने टोला सेवक व तालिमी मरकज से जुड़े लोगों का मानदेय बढ़ाया है।
शिक्षकों को भी राज्य सरकार हर संभव सहायता व सुविधा प्रदान करती रहेगी।
मुख्यमंत्री ने नवनियुक्त शिक्षकों से अपील की कि वे खूब मन से पढ़ाएं। उन्हें जो जिम्मेवारी सौंपी गयी है, उसे पूरी ईमानदारी से पूरा करें।
वे एक नयी पीढ़ी तैयार करने जा रहे हैं। ऐसे में उनके ऊपर बड़ी जिम्मेवारी है। सबको पढ़ाइए, अच्छे से पढ़ाइए।
मुख्यमंत्री की अपील पर शिक्षकों ने हाथ हिलाकर अपना समर्थन जताया।
बाहर भी मिलता है बिहार के युवाओं को मौका
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अच्छी बात है कि अन्य राज्यों के लोग यहां सफल हुए।
अन्य राज्यों में भी बिहार के काफी लोगों का चयन होता है। बिहार के लड़कों को वहां मौका मिलता है। हम जहां जाते हैं, वहां बड़ी संख्या में बिहार के लोगों को देखते हैं।
बिहार के लोग बाहर खूब सफल हैं। उन्होंने अन्य राज्यों के लोगों के चयन पर सवाल उठाने वालों को आड़े हाथों लिया और कहा कि पूरा देश एक है।
दूसरे राज्य के लोग यहां नौकरी करेंगे, यहां के बच्चों को पढ़ायेंगे, इससे अच्छी बात क्या होगी। इस पर आपत्ति क्यों?