बिहार पुलिस सोशल मीडिया के सभी माध्यमों एक महत्वपूर्ण टूल के तौर पर उपयोग कर रही है।
लोगों से संपर्क साधने, उनकी किसी शिकायत या समस्या का समाधान करने या आपराधिक घटनाओं या गतिविधियों की जानकारी देने के लिए सोशल मीडिया का ही सहारा लिया जा रहा है।
पुलिस मुख्यालय से लेकर सभी जिलों की पुलिस भी सभी सोशल मीडिया पर मौजूद है। बिहार पुलिस के फेसबुक पेज पर फॉलोअर की संख्या 5 लाख से अधिक हो गई है।
देश के तमाम राज्यों की पुलिस के फेसबुक फॉलोअरों की तादाद को देखें तो बिहार पुलिस अब देश में चौथे स्थान पर पहुंच गई है। फेसबुक पर सबसे ज्यादा फॉलोअर की संख्या में केरल एक नंबर पर है। इनकी संख्या 19 लाख है।
इसके बाद कर्नाटक पुलिस (6.98 लाख फॉलोअर) और पंजाब पुलिस (5 लाख 3 हजार) का स्थान है।
सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फॉलोअरों की संख्या समेकित रूप से 9 लाख 67 हजार 779 है।
जल्द ही यह एक मिलियन (10 लाख) के आंकड़े को छूने वाली है। इस वर्ष जनवरी में फॉलोअर की संख्या 2.92 लाख थी। इसमें 11 महीने में 230 फीसदी की वृद्धि हुई है। यह जानकारी एआईजी (मुख्यालय) विशाल कुमार शर्मा ने पुलिस मुख्यालय सभागार में बुधवार को प्रेस वार्ता में दी।
कहा कि जनवरी की तुलना में अभी फॉलोअर्स की संख्या में 10 गुना, ट्वीटर (अब एक्स) पर फॉलोअर्स की संख्या में 60 की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
एआईजी ने बताया कि सभी सोशल मीडिया पर निरंतर चौकसी भी बरती जा रही है। इसके लिए पुलिस मुख्यालय में सोशल मीडिया यूनिट के अलावा ऐसे मामलों की तफ्तीश करने के लिए आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) के अधीन कार्यरत साइबर सेल भी है।
किसी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अगर कोई शिकायत आती है, तो सोशल मीडिया यूनिट संबंधित जिले को आगे की कार्रवाई के लिए उसे ट्रांसफर करती है। किसी संदिग्ध एकाउंट पर अश्लील या संवेदनशील या आपत्तिजनक पोस्ट आने पर इसे वायरल होने से पहले संबंधित एकाउंट को ब्लॉक कर दिया जाता है।
इस पर कार्रवाई के लिए इसे सोशल मीडिया सेल को ट्रांसफर भी किया जाता है।