भागलपुर जिले के सुल्तानगंज थाना क्षेत्र के दिलगौरी मोड़ के पास 15 दिन पहले एक युवक पर गर्म सरसों तेल छिड़ककर मारपीट की घटना हुई। पीड़ित युवक श्याम रजक ने बताया कि मिर्जापुर गांव के शत्रुघ्न तांती उर्फ ढेकु तांती और नीतीश कुमार ने इस खौफनाक घटना को अंजाम दिया। पीड़ित के अनुसार, विवाद की शुरुआत दुकान में नाश्ता करने के दौरान मिर्ची मांगने को लेकर हुई थी। मामूली कहासुनी के बाद दोनों आरोपियों ने मिलकर युवक पर गर्म सरसों का तेल फेंक दिया और उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया।
घटना के बाद, पीड़ित श्याम रजक को स्थानीय रेफरल अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया, जहां उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे भागलपुर के मायागंज अस्पताल रेफर कर दिया गया। घटना के समय पीड़ित ने अपनी जान पर खतरा बताते हुए सुल्तानगंज थाना को सूचना दी, लेकिन पुलिस ने अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है।
पीड़ित ने एसएसपी को लिखा आवेदन
थाना की ओर से कार्रवाई न होने पर पीड़ित ने भागलपुर के एसएसपी को लिखित आवेदन दिया। इस आवेदन में आरोप लगाया गया कि घटना के नौ दिन बीत जाने के बावजूद आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं और पीड़ित परिवार को लगातार धमकी दे रहे हैं। परिजनों का कहना है कि इस घटना के बाद से पूरा परिवार दहशत में है।
श्याम रजक ने बताया कि घटना के बाद आरोपी बार-बार उसे और उसके परिवार को प्रताड़ित कर रहे हैं। परिवार को डर है कि यदि आरोपियों पर सख्त कार्रवाई नहीं हुई, तो वे फिर से ऐसी घटना को अंजाम दे सकते हैं।
पुलिस की लापरवाही पर सवाल
इस मामले में पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल उठ रहे हैं। पीड़ित परिवार का आरोप है कि पुलिस ने शिकायत दर्ज करने के बाद भी अब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया है। इस मामले में एसएसपी कार्यालय से भी कोई कार्रवाई नहीं की गई।
परिवार का डर और अपील
घटना के बाद से घायल युवक और उसका परिवार डरा हुआ है। परिजनों ने प्रशासन से गुहार लगाई है कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए। परिवार ने पुलिस प्रशासन पर दबाव बनाते हुए न्याय की मांग की है।
आरोपियों की गिरफ्तारी जरूरी
इस घटना ने स्थानीय लोगों को भी चिंता में डाल दिया है। लोगों का कहना है कि यदि प्रशासन समय पर कार्रवाई नहीं करेगा, तो ऐसी घटनाएं और बढ़ सकती हैं। अब देखना यह है कि पुलिस प्रशासन इस मामले में कब तक कदम उठाता है और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने में कितना सक्षम होता है।
इस घटना ने कानून व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। पीड़ित परिवार न्याय की उम्मीद में प्रशासन की ओर देख रहा है।