राज्य के 14 जिलों में रविवार को हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश दर्ज की गई। इससे तापमान में हल्की गिरावट देखने को मिली और लोगों को कुछ समय के लिए भीषण गर्मी से राहत मिली। हालांकि, मौसम विभाग की मानें तो यह राहत अधिक दिन तक टिकने वाली नहीं है। विभाग के अनुसार, मंगलवार से एक बार फिर से तापमान में वृद्धि शुरू हो जाएगी, जिससे राज्य के कई हिस्सों में भीषण गर्मी का प्रकोप लौट सकता है।
मौसम विज्ञान केंद्र ने चेतावनी दी है कि मंगलवार से शनिवार तक राज्य के अधिकांश हिस्सों में तापमान में 4 से 6 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी हो सकती है। इससे अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार जा सकता है, जो सामान्य से काफी ऊपर होगा। इसके चलते लू जैसे हालात बन सकते हैं और लोगों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है। विशेष रूप से बच्चों, बुजुर्गों और बीमार व्यक्तियों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
बारिश की बात करें तो रविवार को जिन जिलों में वर्षा हुई उनमें पटना, गया, भोजपुर, बक्सर, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, सीतामढ़ी, समस्तीपुर, मुंगेर, बेगूसराय, जहानाबाद, नालंदा और नवादा शामिल हैं। यहां हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर तेज हवाएं भी चलीं, जिससे तापमान में थोड़ी गिरावट आई।
इस बीच, मौसम विभाग ने सोमवार के लिए उत्तर-पूर्व बिहार के कुछ जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इनमें सुपौल, अररिया, किशनगंज, मधेपुरा, सहरसा, पूर्णिया और कटिहार जिले शामिल हैं। इन इलाकों में वज्रपात, मेघगर्जन और 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना जताई गई है। लोगों को घरों में रहने और सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने की सलाह दी गई है। किसानों को भी चेतावनी दी गई है कि वे खेतों में काम करते समय सावधानी बरतें और बिजली गिरने की स्थिति में खुले स्थानों से दूर रहें।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने भी बढ़ती गर्मी को देखते हुए सावधानी बरतने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि दिन के समय घर से बाहर निकलते समय सिर को ढंकें, हल्के रंग के कपड़े पहनें, अधिक से अधिक पानी पिएं और लू से बचने के लिए सीधे धूप के संपर्क में आने से बचें। मौसम विभाग की ओर से आगे भी ऐसे ही मौसम की स्थिति पर निगरानी रखी जा रही है और समय-समय पर अपडेट जारी किए जाएंगे।
राज्यवासियों को सलाह दी गई है कि वे मौसम से जुड़ी जानकारी पर नियमित नजर रखें और सरकारी निर्देशों का पालन करें ताकि किसी भी आपदा की स्थिति से निपटा जा सके।