डायबिटीज के मरीजों के लिए जरूरी है कि वो अपनी लाइफस्टाइल और खानपान से जुड़ी आदतों का ध्यान रखें जिससे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल (Blood Sugar Level) में रहे. कुछ नैचुरल तरीके हैं जिससे शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद मिलती है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, तुलसी, जैतून और गुड़मार जैसे पौधों के हरे पत्ते डायबिटीज की समस्या में आपको फायदा पहुंचाएंगे.
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जैतून (Olive) के पत्ते चबाने से भी फायदा मिलेगा. टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) के मरीज अगर जैतून के पत्तों का सेवन करते हैं तो इससे ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद मिलती है.साल 2013 में की गई एक स्टडी के मुताबिक, शोधकर्ताओं ने पाया कि जैतून के पत्ते का सेवन इंसुलिन रेसिस्टेंस में सुधार लेकर आता है. इस स्टडी में 46 लोगों को जैतून के पत्ते खाने के लिए दिए गए और 12 हफ्ते बाद ये देखा गया कि इससे डायबिटीज के मरीजों को फायदा मिला.
स्टेविया (Stevia) यानी मीठी तुलसी डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद है. साल 2018 में की गई एक स्टडी में शोधकर्ताओं ने पाया कि जिन मरीजों ने मीठी तुलसी का सेवन किया, उनमें ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद मिली. अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (एएचए) और अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन (एडीए) के मुताबिक, मीठी तुलसी के पत्तों का सेवन डायबिटीज के मरीजों के लिए लाभकारी है.
शलजम के साग यानी इसके पत्तों में फाइबर की मात्रा अधिक होती है. स्टडी के मुताबिक, टाइप 1 डायबिटीज वाले लोग अगर फाइबर का सेवन करते हैं, तो इससे ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद मिलती है. शलजम के पत्ते चबाने से टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों में ब्लड शुगर, लिपिड और इंसुलिन के लेवल में सुधार हो सकता है.
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औषधीय गुणों से भरपूर गुड़मार को ब्लड शुगर लेवल कम करने के लिए जाना जाता है. साल 2013 की एक स्टडी के अनुसार, टाइप 1 और टाइप 2 के मरीजों को जब 18 महीने तक गुड़मार के पत्ते दिए गए तो उनमें इंसुलिन लेने वालों की तुलना में ज्यादा फर्क देखा गया. इससे ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद मिली.