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भागलपुर से हावड़ा जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस एक बार फिर असामाजिक तत्वों का निशाना बन गई। ताज़ा मामला रविवार सुबह का है जब ट्रेन के खुलने के महज 15 मिनट बाद टेकानी और हाटपुरैनी हॉल्ट के बीच पथराव की घटना सामने आई। इस दौरान ट्रेन के C-7 कोच की 42 और 43 नंबर की खिड़कियों के शीशे पर पत्थर लगे, जिससे शीशा टूट गया। यही नहीं, ट्रेन की बाहरी बॉडी पर भी पत्थर फेंके जाने की बात सामने आ रही है।

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तेज आवाज से सहमे यात्री घबरा गए और ट्रेन के अंदर अफरातफरी का माहौल बन गया। कुछ समय के लिए यात्री सीट से उठ खड़े हो गए और कोच के अंदर हड़कंप मच गया। ट्रेन को स्कॉर्ट कर रही आरपीएफ की टीम ने तत्परता दिखाते हुए यात्रियों को शांत कराया और स्थिति को नियंत्रित किया।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, यह घटना तब घटी जब ट्रेन भागलपुर स्टेशन से रवाना होकर लगभग 15 मिनट की दूरी तय कर चुकी थी। घटना स्थल भागलपुर-दुमका रेलखंड पर टेकानी और हाटपुरैनी हॉल्ट के बीच का बताया जा रहा है।

स्थानीय लोगों के अनुसार, एक मवेशी के ट्रेन की चपेट में आने की आशंका जताई जा रही है, जिसके बाद गुस्से में कुछ लोगों ने ट्रेन पर पत्थरबाजी की। हालांकि अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है। घटना के बाद आरपीएफ की टीम ने तत्काल मौके का निरीक्षण किया और अज्ञात उपद्रवियों की पहचान करने की कार्रवाई में जुट गई है।

ट्रेन पर पथराव की यह घटना सिर्फ एक बार की नहीं है। बीते दो महीनों में यह दूसरी बार है जब वंदे भारत एक्सप्रेस को निशाना बनाया गया है। इससे पहले 15 अप्रैल को भी इसी रेलखंड पर पथराव की घटना हुई थी, जिसमें एक बच्चे के परिजन को ट्रेन से पथराव करने के आरोप में आरपीएफ ने हिरासत में लिया था। उस मामले में भी काफी हंगामा हुआ था।

घटना को लेकर मालदा डिवीजन के डीआरएम ने जांच के आदेश दे दिए हैं। रेल प्रशासन ने इस पर गंभीर चिंता जताई है और पथराव करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

आरपीएफ अधिकारियों का कहना है कि वे जल्द ही आस-पास के गांवों में पूछताछ कर संदिग्धों की पहचान करेंगे। ट्रैक पर अतिरिक्त गश्ती और निगरानी बढ़ाने की भी योजना बनाई जा रही है ताकि इस प्रकार की घटनाएं दोबारा न हों।

यात्रियों की सुरक्षा के लिहाज से वंदे भारत जैसी हाई-स्पीड और हाई-टेक ट्रेन पर पथराव की घटनाएं बेहद चिंताजनक हैं। करोड़ों की लागत से बनी इस सेमी-हाई स्पीड ट्रेन पर इस तरह की घटनाएं न सिर्फ यात्रियों के जान-माल के लिए खतरा हैं, बल्कि रेलवे की संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाती हैं।

घटना की जानकारी मिलते ही रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी भी सतर्क हो गए हैं। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं, साथ ही ट्रेन के पायलट और अन्य कर्मियों से भी बयान लिए जा रहे हैं। तकनीकी टीम द्वारा शीशा बदलने की कार्रवाई की जा रही है ताकि आगे की यात्रा में किसी प्रकार की असुविधा ना हो।

रेल प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि वे रेलवे की संपत्ति को नुकसान न पहुंचाएं और यदि कोई व्यक्ति इस प्रकार की हरकत करते हुए दिखाई दे, तो उसकी सूचना तुरंत रेलवे सुरक्षा बल या नजदीकी पुलिस को दें।

रेलवे विभाग का कहना है कि इस घटना में शामिल लोगों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में कोई इस प्रकार की दुस्साहसिक हरकत करने से पहले सौ बार सोचे।

इस घटना के बाद यात्रियों के मन में सुरक्षा को लेकर फिर सवाल खड़े हो गए हैं। हालांकि रेलवे प्रशासन लगातार यह भरोसा दिला रहा है कि सुरक्षा के सभी आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं।

 

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